अक्षय कुमार ने प्रयागराज कुंभ मेले की अद्भुत व्यवस्थाओं की सराहना की, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया विशेष धन्यवाद
प्रयागराज : प्रयागराज में चल रहे भव्य कुंभ मेले में बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार ने त्रिवेणी संगम में आस्था की पवित्र डुबकी लगाई और इस दिव्य आयोजन की भव्यता की जमकर सराहना की। अक्षय कुमार ने स्नान के बाद अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि 2019 में जब वे अपनी फिल्म स्काई फोर्सेज की शूटिंग के दौरान कुंभ मेले में आए थे, तब की तुलना में इस बार व्यवस्थाओं में असाधारण सुधार हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश सरकार को इस भव्य आयोजन को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए धन्यवाद दिया। अक्षय ने कहा कि कुंभ मेला भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और आस्था का जीवंत संगम है, जहां करोड़ों श्रद्धालु एकत्र होते हैं और संगम के पवित्र जल में स्नान कर स्वयं को धन्य महसूस करते हैं।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पहले जब लोग कुंभ मेले में आते थे, तो गठरी बांधकर यात्रा करते थे, लेकिन इस बार मेले की सुविधाओं और व्यवस्थाओं में इतना सुधार हुआ है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी, गौतम अडानी समेत कई बड़ी हस्तियां भी इस आयोजन का हिस्सा बन रही हैं। अक्षय कुमार ने मेले में तैनात पुलिस बल और सफाई कर्मचारियों के कार्यों की भी सराहना की और कहा कि वे बिना किसी परेशानी के श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन कर रहे हैं, जिससे हर किसी को एक सुगम और सुरक्षित अनुभव मिल रहा है।
महाकुंभ मेला 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा और इसमें न केवल देशभर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी भव्यता की चर्चा हो रही है। अक्षय कुमार के अलावा इस पावन आयोजन में बॉलीवुड और दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की कई नामी हस्तियां भी शामिल हो रही हैं। विक्की कौशल, सोनाली बेंद्रे, विजय देवरकोंडा जैसे कई सितारों ने भी संगम में स्नान किया और इस दिव्य आयोजन की भव्यता को महसूस किया।
कुंभ मेले के दौरान न केवल धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं, बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का भी आयोजन हो रहा है। योग शिविर, भजन संध्याएं, प्रवचन और धार्मिक गोष्ठियों के माध्यम से श्रद्धालु आध्यात्मिकता का गहन अनुभव ले रहे हैं। प्रयागराज का कुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक समागम है, जहां परंपरा और आधुनिकता का अनूठा संगम देखने को मिलता है। इस बार की व्यवस्थाएं इतनी शानदार हैं कि यह आयोजन पहले से अधिक भव्य और व्यवस्थित रूप में श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभूति करा रहा है।