बाढ़ के बाद डायरिया से पूरा गांव बीमार, 15 दिन में 7 की मौत, हेल्थ कैंप 100 ज्यादा लोगों की जांच….

 सुकमा | छत्तीसगढ़ के सुकमा के एक गांव में लोगों की लगातार मौतें हुईं| इन मौतों से पूरा गांव दहल गया है| लोग दहशत में हैं| उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा कि क्या करें| दरअसल, यहां बाढ़ के बाद डायरिया फैल गया है| इस वजह से करीब-करीब सभी लोग बीमार हैं| स्वास्थ्य विभाग ने गांव में हेल्थ कैंप लगाया है, लेकिन स्थिति अभी भी जटिल बनी हुई है| मेडिकल टीम ने यहां दो दिनों में 100 से ज्यादा लोगों की जांच की है| इनमें से 40 से ज्यादा लोगों के शरीर में दर्द है| जबकि, 9 लोग डायरिया से पीड़ित हैं| कई लोगों को बुखार भी है|

ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 15 दिनों में अब तक गांव में 7 लोगों की मौत हो चुकी है| इनमें से 5 मौतें तो केवल एक हफ्ते के अंदर हुई है| अस्पताल जाने से भी राहत नहीं मिल रही है| मौत के कारण भय का माहौल बना हुआ है| स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगाए गए शिविर में ग्रामीण अपना इलाज करवा रहे हैं| लेकिन उल्टी दस्त हो रहा है| जितने भी लोगों की मौत हुई है| सभी को डायरिया हुआ था| कई ग्रामीणों को डायरिया की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है|

ग्रामीण के मुताबिक चिंतलनार में सितंबर के महीने में आई बाढ़ के बाद डायरिया का प्रकोप फैल गया| 7 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है| ग्रामीण ने बताया कि गांव के कुछ लोग छिंदगढ़ ब्लॉक गए थे और शासन प्रशासन से गांव में शिविर लगाकर इलाज के लोग छिंदगढ़ ब्लॉक में आवेदन भी दिया गया है|

गांव में डायरिया से मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में शिविर लगाया| चिंतलनार और आसपास के 100 से ज्यादा लोगों की जांच की है| इनमें से 40 से ज्यादा लोगों के शरीर में दर्द है| जबकि 9 लोग डायरिया से पीड़ित हैं| कई लोगों को बुखार भी है| गांव में 63 मकान हैं| जिसमें 364 लोग रहते हैं| यह गांव सुकमा जिला मुख्यालय से करीब 45 किमी की दूरी पर स्थित है|

सुकमा जिला के CMHO कपिल कश्यप ने बताया कि चिंतलनार में डायरिया से मौत की जानकारी लगने के बाद 8 अक्टूबर को स्वास्थ्य विभाग की टीम को जांच के लिए गांव रवाना किया गया है| घर घर सर्वे किया गया| 2 से 3 लोग बीमार मिले जिन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया|

सीएमएचओ ने आगे बताया कि 13 अक्टूबर से चिंतलनार में लगातार स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद है| लगातार जांच शिविर गांव में चल रहा है| लोग आकर अपना इलाज और जांच करवा रहे हैं| कुछ ग्रामीणों को अस्पताल में गांव से रेफर किया गया है| इसके अलावा BMO सहित जिला अस्पताल से 4 डॉक्टरों की टीम को शिविर में जांच के लिए भेजा गया है| मितानित घर घर जाकर लोगों का चेकअप कर रही है| लोगों को ओआरएस दिया जा रहा है| रात और दिन में टीम लगी हुई है|