सूरजपुर नृशंस हत्या के बाद जागा प्रशासन, कबाड़ माफियाओं पर पुलिस की ताबड़तोड़ की कार्रवाई…

चिरमिरी |  सूरजपुर जिले में पुलिस के प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और मासूम बेटी की नृशंस हत्या के बाद प्रशासन और पुलिस अब गहरी नींद से जाग चुकी है। घटना ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। यह सवाल उठता है कि यदि पहले ही गुंडों, माफियाओं और कबाड़ कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई की जाती, तो शायद यह दिल दहलाने वाली घटना टाली जा सकती थी।

कबाड़ माफियाओं पर शिकंजा कसने की शुरुआत

इस घटना के बाद अब जिला एमसीबी और चिरमिरी क्षेत्र के कबाड़ कारोबारियों पर पुलिस ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। पुलिस ने चिरमिरी के विभिन्न क्षेत्रों में दबिश देकर अवैध कबाड़ के धंधे को खत्म करने के लिए मुहिम छेड़ दी है। नगर पुलिस अधीक्षक दीपिका मिंज के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कबाड़ माफियाओं पर छापा मारा और उन्हें तत्काल अवैध कारोबार बंद करने की सख्त चेतावनी दी।

कबाड़ से जुड़ी चोरियों पर कड़ी नजर

चिरमिरी क्षेत्र में कबाड़ से संबंधित चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही थीं। इसको लेकर अब पुलिस ने एसईसीएल चिरमिरी के उप-क्षेत्रीय प्रबंधकों के साथ मिलकर खदानों में हो रही चोरी पर भी सख्ती से नजर रखने की योजना बनाई है। पुलिस का प्रयास है कि किसी भी स्तर पर अवैध कबाड़ कारोबारियों को सिर उठाने का मौका न मिले और उनके नेटवर्क को तोड़ा जा सके।

कबाड़ कारोबारियों में मची खलबली

चिरमिरी में पुलिस की लगातार दबिश और कार्रवाई से कबाड़ कारोबारियों के बीच खलबली मच गई है। क्षेत्र में लंबे समय से अवैध कबाड़ कारोबार फल-फूल रहा था, और बड़े पूंजीपति भी इस धंधे से जुड़े हुए हैं। जब भी मीडिया में कबाड़ माफियाओं की गतिविधियों पर चर्चा तेज होती है, पुलिस खानापूर्ति के लिए कार्रवाई करने लगती है। लेकिन इस बार प्रशासन की कार्रवाई कितनी प्रभावी साबित होगी, यह देखने वाली बात होगी।

कब तक चलेगी यह कार्रवाई?

हालांकि, पुलिस की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि कबाड़ियों के गोदामों पर लगातार छापेमारी की जाएगी और इस बार सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। मगर सवाल उठता है कि यह अभियान कब तक चलेगा और कब पुलिस इन माफियाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाने में सफल होगी। यह तो समय ही बताएगा कि कब पुलिस प्रशासन कबाड़ माफियाओं के खिलाफ कितना कारगर सिद्ध होता है।