आकाश चोपड़ा ने कहा: “इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज अभिषेक शर्मा के लिए खुद को साबित करने का आखिरी मौका हो सकता है,

मुंबई:  भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टी20 सीरीज का आगाज बुधवार से होने वाला है। यह सीरीज कई युवा और अनुभवी खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का एक सुनहरा मौका हो सकता है। खासतौर पर भारत के बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज अभिषेक शर्मा के लिए यह सीरीज खास मायने रखती है। अपने अब तक के अंतरराष्ट्रीय करियर में असंगत प्रदर्शन की वजह से उन्हें टी20 ओपनिंग स्पॉट पर शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और रुतुराज गायकवाड़ जैसे खिलाड़ियों से कड़ी टक्कर मिल रही है।

स्टार स्पोर्ट्स के शो ‘गेम प्लान’ में चर्चा करते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने अभिषेक के लिए इस सीरीज को “अंतिम अवसर” करार दिया। चोपड़ा ने कहा कि, “अभिषेक में प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन उनका फॉर्म उतार-चढ़ाव वाला रहा है। जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे ही टी20 में शतक जड़ने के बाद उनकी निरंतरता गायब हो गई। अब, अगर उन्हें अपनी जगह पक्की करनी है, तो यह सीरीज उनके लिए बेहद अहम होगी।” आकाश ने संजू सैमसन का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे संजू ने अपने हालिया मैचों में प्रदर्शन से अपनी अहमियत साबित की है, अभिषेक को भी कुछ ऐसा ही करना होगा।

अभिषेक ने 12 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और 23.27 की औसत और 171.81 की स्ट्राइक रेट के साथ 256 रन बनाए हैं। इसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 100 रन का है। उन्होंने एक शतक और एक अर्धशतक भी जड़ा है, लेकिन 20 रन का आंकड़ा पार करने में वह सिर्फ तीन बार सफल रहे हैं।

घरेलू प्रदर्शन में दमदार रहे अभिषेक

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर असंगत रहने वाले अभिषेक का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (एसएमएटी) 2023 में उन्होंने सात पारियों में 42.50 की औसत और 216.10 की स्ट्राइक रेट के साथ 255 रन बनाए। इसमें 106* का एक शानदार शतक और एक अर्धशतक शामिल है। वहीं, विजय हजारे ट्रॉफी (वीएचटी) 2023 में उन्होंने आठ मैचों में 58.37 की औसत और 130.44 की स्ट्राइक रेट से 467 रन बनाए, जिसमें सौराष्ट्र के खिलाफ 96 गेंदों पर 170 रनों की पारी उनकी सबसे खास उपलब्धि रही।

टीमों की मजबूती

भारत की टीम में सूर्यकुमार यादव कप्तानी की जिम्मेदारी संभालेंगे, जबकि अनुभवी खिलाड़ी हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल और मोहम्मद शमी अपनी उपयोगिता साबित करेंगे। वहीं इंग्लैंड की ओर से कप्तान जोस बटलर, हैरी ब्रूक और आदिल राशिद प्रमुख खिलाड़ियों के रूप में उभरकर सामने आएंगे।

भारत की टीम में जहां संतुलित बल्लेबाजी और गेंदबाजी नजर आती है, वहीं इंग्लैंड की टीम भी अपनी गहराई और अनुभव से कोई कसर नहीं छोड़ेगी। भारत की नजरें इंग्लैंड को उसके घरेलू मैदान पर चुनौती देने और युवा खिलाड़ियों को मौके देने पर रहेंगी।

प्रमुख बातें

  1. अभिषेक शर्मा की निरंतरता और इस सीरीज में उनका प्रदर्शन उनके करियर का महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है।
  2. शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल जैसे युवा बल्लेबाज ओपनिंग स्थान के लिए प्रबल दावेदारी पेश कर रहे हैं।
  3. इंग्लैंड के खिलाफ भारत को यह मौका युवा खिलाड़ियों की क्षमता परखने और टीम संयोजन को मजबूत बनाने का है।

यह सीरीज केवल भारत और इंग्लैंड की टीमें ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत खिलाड़ियों के लिए भी अपनी छवि और क्षमता को साबित करने का मंच होगी। उम्मीद है कि भारतीय युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन दर्शकों को रोमांचित करेगा और टीम को आगामी टूर्नामेंटों के लिए मजबूत बनाएगा।