“फिल्म से प्रेरित खौफनाक साज़िश: सेना के जवान ने प्रेमिका की हत्या कर शव को दफनाया”

नागपुर :   महाराष्ट्र के नागपुर में एक सेना के जवान द्वारा की गई हत्या का मामला सामने आया, जिसमें प्रेमिका से पीछा छुड़ाने के लिए जवान ने एक फिल्म से प्रेरणा लेकर अपराध को अंजाम दिया। यह चौंकाने वाली घटना तब सामने आई जब सेना के जवान अजय वानखेड़े ने, जो नागालैंड में तैनात था, अपनी प्रेमिका ज्योत्सना आकरे की निर्मम हत्या कर दी। इस भयावह कांड में, अजय ने फिल्म “दृश्यम” की तर्ज पर हत्या की योजना बनाई, जिसमें उसने अपनी प्रेमिका का गला दबाकर हत्या की और फिर शव को एक सुनसान इलाके में दफन कर दिया।

मामले की शुरुआत तब हुई जब अजय वानखेड़े की मुलाकात एक तलाकशुदा महिला, ज्योत्सना आकरे से विवाह पोर्टल के जरिए हुई। दोनों के बीच प्रेम संबंध बढ़ने लगे, लेकिन जब अजय ने अपने परिवार के सामने ज्योत्सना से शादी की बात की, तो परिवार ने इसका कड़ा विरोध किया और उसकी शादी किसी और महिला से करा दी। इसके बाद अजय ने ज्योत्सना को नजरअंदाज करना शुरू कर दिया। ज्योत्सना, जो अजय से जुड़ाव महसूस कर रही थी, ने उसे ढूंढने की कोशिश की, और उसके एक करीबी दोस्त से संपर्क किया। यह बात जब अजय तक पहुंची, तो उसने इस स्थिति से छुटकारा पाने के लिए अपनी प्रेमिका की हत्या की योजना बनाई।

अजय ने अपनी मां के फोन का इस्तेमाल करते हुए 28 अगस्त को ज्योत्सना को मिलने बुलाया। ज्योत्सना ने अपने परिवार से कहा कि वह अपनी दोस्त के साथ होगी और अगले दिन काम पर जाएगी। 28 अगस्त को अजय और ज्योत्सना ने नागपुर के वर्धा रोड पर मुलाकात की और एक होटल में ठहरे। इसके बाद, अजय वानखेड़े ने ज्योत्सना को पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। जब ज्योत्सना बेहोश हो गई, तो अजय ने उसका गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने एक सुनसान जगह पर गड्ढा खोदा और शव को वहां दबा दिया, फिर उसे सीमेंट से ढक दिया ताकि कोई सुराग न मिले।

जब 29 अगस्त को ज्योत्सना घर नहीं लौटी, तो उसके परिजनों ने पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच के दौरान, पुलिस ने ज्योत्सना और अजय के बीच नियमित बातचीत के सबूत पाए। अजय को पूछताछ के लिए बुलाया गया, लेकिन उसने स्वास्थ्य समस्याओं का बहाना बनाकर खुद को सैन्य अस्पताल में भर्ती करा लिया। इस बीच, उसने नागपुर सत्र न्यायालय और उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की, लेकिन दोनों अदालतों ने उसकी याचिका खारिज कर दी।

पुलिस ने जब अजय वानखेड़े से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने आखिरकार अपराध स्थल की जानकारी दी। फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल की जांच के बाद, पुलिस ने वर्धा रोड पर डोंगरगांव टोल प्लाजा के पास से ज्योत्सना के शव को बाहर निकाला। इस भयानक घटना ने न केवल नागपुर बल्कि पूरे राज्य को स्तब्ध कर दिया और एक बार फिर फिल्मी प्रेरणाओं से होने वाले खतरनाक अपराधों की ओर ध्यान आकर्षित किया।