रायपुर। दोपहिया वाहन की डिक्की खोलकर सोने और चांदी के जेवरात चोरी करने वाले 2 अंतर्राज्यीय आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जे से सोने के जेवरात वजनी करीब 3 ग्राम और चांदी के जेवरात वजनी करीब 1.5 किलोग्राम बरामद किया गया है। जेवरात की कुल कीमत 1 लाख रुपए आंकी गई है।
आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ अग्रिम कार्रवाई की गई।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी
संदीप सोनी ( 33 वर्ष) ग्राम मनौरी थाना पुरामुक्ती जिला कौशाम्बी (उ.प्र ) हाल पता – शीतला मंदिर के पास कुशालपुर थाना पुरानी बस्ती रायपुर,मो. इमरान ( 22 वर्ष) ग्राम मनौरी थाना पुरामुक्ती जिला कौशाम्बी (उ.प्र.) हाल पता – मलसाय तालाब के पास कुशालपुर है। प्रार्थी राम नारायण सोनी ने थाना पुरानी बस्ती में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वह श्रीराम नगर चंगोराभाठा में रहता है। सोने-चांदी के जेवर बनाने और बिक्री करने का काम करता है। 25 मार्च को प्रार्थी के रिश्तेदार संदीप सोनी ने फोन किया था कि समता कॉलोनी चलना है। एक ग्राहक का आर्डर आया है। वह पायल, बिछिया, नोजपिन खरीदना चाहती हैं। इस पर प्रार्थी अपने घर से 30 चांदी की पायल, अंगूठी, बिछिया कुल वजनी लगभग 1.5 किलोग्राम और सोने का नोजपिन लगभग 3 ग्राम को एक काले रंग के बैग में रखकर अपनी एक्टिवा से अपने परिचित विजय सोनी के दुकान कुशालपुर गया था। लगभग 15-20 मिनट रूका, उसके बाद संदीप सोनी के घर शीतला मंदिर के पास कुशालपुर गया। घर के सामने गली में एक्टिवा खड़ी करके अन्दर गया। लगभग 7 मिनट में संदीप के साथ बाहर निकलकर अपने वाहन की डिक्की को खोलकर देखा तो डिक्की में रखा जेवर से भरा बैग नहीं था। घटना की शिकायत पर धारा 379 भादवि. का अपराध दर्ज किया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने अफसरों को जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने निर्देशित किया । वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट व थाना पुरानी बस्ती की संयुक्त टीम ने अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया। टीम के सदस्यों ने प्रार्थी से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ करते हुए प्रार्थी के रिश्तेदार एवं साथी से पूछताछ करने के साथ ही आसपास के लोगों से भी पूछताछ किया गया। टीम के सदस्यों को मुखबिर से आरोपियों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। घटना में संलिप्त संदीप सोनी को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की गई। संदीप ने अपने साथी मो. इमरान के साथ मिलकर घटना को अंजाम देना स्वीकार किया।
