साइंस कॉलेज मैदान को खेल के लिए आरक्षित करने की मांग, पीएमओ ने मंत्रालय को दिए निर्देश
रायपुर। रायपुर के प्रमुख साइंस कॉलेज मैदान में केवल खेल गतिविधियाँ संचालित करने की मांग पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने गंभीरता दिखाई है। रायपुर निवासी नागेन्द्र नाथ ब्रह्मभट्ट द्वारा भेजे गए निवेदन पत्र के आधार पर पीएमओ ने संबंधित मंत्रालय को पत्र भेजकर मामले की विस्तृत जांच और आवश्यक कार्रवाई करने निर्देशित किया है।
खेल मैदान पर गैर-खेल आयोजनों का विरोध
नागेन्द्र नाथ ब्रह्मभट्ट ने अपने पत्र में उल्लेख किया था कि साइंस कॉलेज मैदान रायपुर शहर का मुख्य खेल केंद्र है, जहाँ प्रतिदिन बड़ी संख्या में खिलाड़ी अभ्यास करते हैं और राज्य व राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं की तैयारी करते हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष में करीब 4-5 महीने मैदान का उपयोग व्यावसायिक कार्यक्रमों व राजनीतिक सभाओं के लिए होने से मैदान की सतह खराब होती है और खिलाडिय़ों के अभ्यास पर बड़ा प्रभाव पड़ता है।
नवा रायपुर में आयोजनों का विकल्प सुझाया
निवेदन में यह भी कहा गया कि बड़े सार्वजनिक और व्यावसायिक आयोजन नवा रायपुर जैसे विकसित क्षेत्रों में आसानी से कराए जा सकते हैं, जहाँ यातायात और खेल गतिविधियों पर कोई विपरीत असर नहीं होता। इसलिए साइंस कॉलेज मैदान को केवल खेल-संबंधी गतिविधियों के लिए आरक्षित किया जाए।
पीएमओ ने लिया संज्ञान, मंत्रालय को भेजा पत्र
29 अक्टूबर 2025 को प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा इस निवेदन को पीएमओ डाक अनुभाग में दर्ज कर संबंधित मंत्रालय को अग्रेषित किया गया। पीएमओ ने मामले को महत्वपूर्ण बताते हुए मंत्रालय से अपेक्षित कार्रवाई और रिपोर्ट मांगी है। इससे उम्मीद जगी है कि लंबे समय से चली आ रही खिलाडिय़ों की समस्या का समाधान जल्द निकल सकता है।
खेल जगत में उम्मीद की लहर
पीएमओ की त्वरित प्रतिक्रिया से रायपुर के खेल प्रेमियों और खिलाडिय़ों में उत्साह देखा जा रहा है। स्थानीय खिलाडिय़ों का कहना है कि यदि मैदान स्थायी रूप से केवल खेल गतिविधियों के लिए आरक्षित हो जाता है, तो राज्य के उभरते खिलाडिय़ों को बेहतर सुविधा और सुरक्षित अभ्यास स्थल उपलब्ध होगा।
