रायपुर में कांग्रेस चुनाव समिति की अहम बैठक: सचिन पायलट ने भाजपा पर साधा निशाना

रायपुर:  रायपुर में कांग्रेस चुनाव समिति की महत्वपूर्ण बैठक प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट की मौजूदगी में संपन्न हुई, जिसमें आगामी चुनावों की रणनीति और संगठनात्मक मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। बैठक से पहले, सचिन पायलट ने रायपुर सेंट्रल जेल में बंद पूर्व मंत्री कवासी लखमा से मुलाकात की, जो शराब घोटाले के मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। जेल से बाहर आते ही पायलट ने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि भाजपा सरकार विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य में भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार का एकमात्र उद्देश्य कांग्रेस नेताओं पर हमले करना है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा की विचारधारा का विरोध करने वालों को टारगेट किया जाता है और सरकारी एजेंसियों का उपयोग करके उनके चरित्र हनन का प्रयास किया जाता है।

सचिन पायलट ने यह स्पष्ट किया कि यह केवल किसी एक व्यक्ति की लड़ाई नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए एक व्यापक संघर्ष है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरे देश में उन जगहों पर विरोध प्रदर्शन करेगी, जहां-जहां भाजपा सरकार विपक्ष को कमजोर करने के लिए ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। इस दौरान पायलट के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष चरणदास महंत, कांग्रेस चुनाव समिति के सदस्य विजय जांगिड़, जरिता लैतफलांग, रायपुर महापौर एजाज ढेबर और कवासी लखमा के बेटे हरीश कवासी भी उपस्थित रहे।

बैठक में कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (PAC) की भूमिका पर भी चर्चा हुई। यह कमेटी पार्टी के रणनीतिक निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, खासकर चुनावी रणनीतियों को तैयार करने, संगठन के पुनर्गठन, और हार-जीत की समीक्षा करने के मामलों में। बैठक में पार्टी संगठन को मजबूत करने, आगामी चुनावी संभावनाओं का आकलन करने और भाजपा सरकार की कथित नीतियों का विरोध करने के लिए आगे की रणनीति पर मंथन किया गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने एकजुटता दिखाते हुए यह संकल्प लिया कि वे भाजपा के हर हमले का लोकतांत्रिक तरीके से जवाब देंगे और पार्टी की नीतियों को जनता तक पहुंचाने के लिए पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरेंगे।