हसदेव ताप विद्युत संयंत्र में भीषण आग से करोड़ों का नुकसान, दो यूनिट ठप

 कोरबा:  छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के हसदेव ताप विद्युत संयंत्र में एक बड़ा औद्योगिक हादसा हुआ, जिससे विद्युत उत्पादन पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। शुक्रवार को संयंत्र के स्विच यार्ड में स्थित आईसीटी ट्रांसफॉर्मर में अचानक आग लग गई, जिससे पूरे परिसर में अफरा-तफरी मच गई। आग इतनी विकराल थी कि उसकी लपटों ने देखते ही देखते आसपास के 2-3 अन्य ट्रांसफॉर्मरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। आग की सूचना मिलते ही संयंत्र की फायर ब्रिगेड को तुरंत सक्रिय किया गया, साथ ही चार अन्य दमकल दस्तों को भी मौके पर बुलाया गया। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था। हादसे के कारण संयंत्र के 210 मेगावाट क्षमता वाली दो प्रमुख यूनिट (यूनिट 3 और 4) को बंद करना पड़ा, जिससे बिजली उत्पादन में बड़ी गिरावट आई।

यह संयंत्र कुल 1340 मेगावाट की उत्पादन क्षमता वाला है, जिसमें 210 मेगावाट की चार और 500 मेगावाट की एक यूनिट शामिल है। गर्मी के मौसम में बिजली की मांग तेजी से बढ़ जाती है, ऐसे में इस दुर्घटना के कारण विद्युत आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। आग से उठता काला धुआं कई किलोमीटर दूर से देखा गया, जिससे स्थानीय लोगों में भी दहशत फैल गई। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रांसफॉर्मर में आग लगने का मुख्य कारण तकनीकी खामी या अधिक गर्मी के कारण हुए ओवरलोडिंग की समस्या हो सकती है, हालांकि इस घटना की विस्तृत जांच की जा रही है।

इस हादसे ने बिजली संयंत्र की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। औद्योगिक विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नियमित निरीक्षण और उच्च स्तरीय सुरक्षा उपायों को अपनाने की जरूरत है। इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के अधिकारियों ने स्थिति की समीक्षा की और जल्द से जल्द क्षतिग्रस्त यूनिट्स को फिर से चालू करने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय प्रशासन और ऊर्जा विभाग भी इस दुर्घटना की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।