होली के रंगों में सराबोर मुख्यमंत्री साय से मिलने उमड़ी भारी भीड़, जनसैलाब ने बांटी खुशियां और सौहार्द्र

रायपुर:  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने गृह ग्राम बगिया में पारंपरिक उल्लास और आत्मीयता के साथ होली पर्व मनाया। मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय, बगिया में सुबह से ही लोगों का तांता लगा रहा, जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण, जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण और सामाजिक कार्यकर्ता उनसे मिलने और होली की शुभकामनाएं देने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने सभी का गर्मजोशी से स्वागत किया, गुलाल लगाकर परस्पर सौहार्द्र और आनंद का अनुभव साझा किया और प्रदेशवासियों को इस रंगों के महापर्व की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि होली केवल रंगों का उत्सव नहीं, बल्कि आपसी प्रेम, भाईचारे और मेल-मिलाप का पर्व भी है, जो हर भेदभाव को समाप्त कर सामाजिक समरसता का संदेश देता है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ग्रामीणों से संवाद भी किया और उनकी समस्याओं, आवश्यकताओं और विकास योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार प्रदेश के हर नागरिक तक विकास और जनकल्याण की योजनाओं को पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस हर्षोल्लासपूर्ण अवसर पर ग्रामीणों ने भी मुख्यमंत्री के साथ होली के रंगों में डूबकर खुशियों को साझा किया, पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का आनंद लिया और अपनी सांस्कृतिक विरासत को जीवंत किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में प्रसिद्ध लोक गायक नितेश कच्छप और उनकी टीम ने होली के पारंपरिक लोकगीतों की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति दी, जिससे पूरा माहौल संगीतमय और रंगीन हो गया। ढोल, मंजीरा और मांदर की थाप पर सभी लोग झूम उठे और होली के पारंपरिक गीतों पर थिरकते हुए उत्सव का आनंद लिया। इस अवसर पर कलेक्टर रोहित व्यास, एसएसपी शशि मोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ अभिषेक कुमार, कई जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी, पत्रकार बंधु और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे। पूरे आयोजन में उल्लास, सामाजिक सौहार्द्र और समरसता का भाव देखने को मिला, जिससे यह होली उत्सव न केवल एक रंगों का पर्व, बल्कि जनसंपर्क और सामाजिक समरसता का अद्भुत उदाहरण बन गया।