महिला दिवस पर शतरंज ग्रैंडमास्टर आर वैशाली का संदेश: ‘लड़कियों को सपनों की उड़ान भरने दें’

शतरंज ग्रैंडमास्टर आर वैशाली, जो महज छह साल की उम्र से इस बौद्धिक खेल में अपनी प्रतिभा को निखार रही हैं, ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक खास संदेश साझा किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से अपने विचार व्यक्त करते हुए, उन्होंने महिलाओं और खासकर युवा लड़कियों को अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित किया। वैशाली, जो खुद एक सफल ग्रैंडमास्टर और दिग्गज शतरंज खिलाड़ी आर प्रज्ञानंद की बहन हैं, ने अपनी यात्रा को साझा करते हुए इस बात पर जोर दिया कि किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए मेहनत, लगन और आत्मविश्वास सबसे जरूरी गुण हैं।

उन्होंने अपने संदेश में कहा कि लड़कियों को किसी भी बाधा से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें अपने सपनों की दिशा में पूरे समर्पण और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए। वैशाली ने इस बात पर भी जोर दिया कि समाज को महिलाओं की क्षमताओं को पहचानना चाहिए और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने अपने खुद के अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे परिवार के समर्थन और अपने दृढ़ निश्चय के चलते उन्होंने शतरंज में इस मुकाम को हासिल किया।

वैशाली ने अपने संदेश के माध्यम से यह भी कहा कि महिलाओं के लिए अवसरों की कोई कमी नहीं है, बस जरूरत है खुद पर विश्वास बनाए रखने की और निरंतर प्रयास करने की। उन्होंने सभी माता-पिता से आग्रह किया कि वे अपनी बेटियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें और उन्हें अपने सपनों को साकार करने के लिए आवश्यक समर्थन दें। उनके अनुसार, यदि लड़कियों को सही माहौल और प्रेरणा मिले, तो वे हर क्षेत्र में सफलता की ऊंचाइयों को छू सकती हैं।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर साझा किए गए इस प्रेरणादायक संदेश ने महिलाओं को अपने सपनों की दिशा में साहसिक कदम उठाने के लिए उत्साहित किया। वैशाली का यह दृष्टिकोण न केवल युवा लड़कियों के लिए प्रेरणास्रोत बना, बल्कि यह समाज को भी महिलाओं को अधिक सशक्त बनाने की दिशा में सोचने के लिए प्रेरित करता है।