अमेरिका में बैठे मकान मालिक ने सीसीटीवी की मदद से सतना में चोरी की साजिश नाकाम की!

सतना:  मध्य प्रदेश के सतना जिले में तकनीक और सतर्कता के सही मेल ने एक बड़ी चोरी को होने से पहले ही रोक दिया। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि अगर तकनीक का सही इस्तेमाल किया जाए और लोग सतर्क रहें, तो अपराधों पर लगाम लगाई जा सकती है। यह मामला सतना के भरहुत नगर इलाके की हरिपुरम कॉलोनी का है, जहां अमेरिका में बैठे मकान मालिक आरबी नामदेव ने अपने घर में हो रही चोरी की कोशिश को सीसीटीवी कैमरे के जरिए देखा और तुरंत सतना में अपने बेटे को अलर्ट कर दिया। यह घटना 1 मार्च की रात करीब 2 बजे की है, जब तीन अज्ञात चोर घर में घुसने की कोशिश कर रहे थे।

उस वक्त आरबी नामदेव अमेरिका में अपनी बेटी के घर पर थे, जहां दोपहर के 1 बज रहे थे। अचानक उन्होंने अपने घर के सीसीटीवी कैमरे को चेक किया और उसमें तीन संदिग्धों को घर में घुसते देखा। नामदेव ने बिना समय गंवाए, तुरंत कानपुर में रहने वाले अपने बेटे अरुण को फोन किया और इस घटना की जानकारी दी। अरुण ने तेजी दिखाते हुए तुरंत सतना में रहने वाले अपने पड़ोसी एमके श्रीवास्तव को फोन किया। श्रीवास्तव ने अपने पड़ोसी धर्म का निर्वाह करते हुए तत्काल शोर मचाया, जिससे चोर घबरा गए और चोरी करने से पहले ही भागने को मजबूर हो गए।

इस पूरी घटना की फुटेज सीसीटीवी में कैद हो गई, जिससे चोरों की हरकतें साफ दिखाई दीं। घटना के तुरंत बाद, मकान मालिक ने सतना के कोलगंवा थाने में इसकी शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया। हालांकि, इस घटना ने स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जब अमेरिका में बैठा एक आम नागरिक तकनीक की मदद से अपने घर की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है, तो वहीं चंद कदमों की दूरी पर मौजूद पुलिस अपराधों को रोकने में असमर्थ क्यों साबित हो रही है?

यह घटना आधुनिक तकनीक के सही उपयोग का एक बेहतरीन उदाहरण बन गई है। सीसीटीवी कैमरों और त्वरित सूचना के आदान-प्रदान ने न केवल एक बड़ी चोरी को रोका, बल्कि यह भी दिखाया कि सतर्कता और जागरूकता किसी भी अप्रिय घटना को टालने में कितनी प्रभावी हो सकती है। पड़ोसी की सजगता और समय पर उठाए गए कदमों ने चोरों को भागने पर मजबूर कर दिया, लेकिन इसने पुलिस की सुस्ती और सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को भी उजागर कर दिया।

स्थानीय लोगों ने भी इस घटना के बाद पुलिस की सक्रियता को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब एक आम नागरिक इतनी दूर बैठकर सतर्कता दिखा सकता है, तो पुलिस को और ज्यादा सतर्क रहकर अपराधों को रोकने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। फिलहाल, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी है। लेकिन यह मामला एक सबक भी देता है कि तकनीक के सही इस्तेमाल और लोगों की जागरूकता से अपराधों को काफी हद तक रोका जा सकता है।