पंजाब कांग्रेस भवन में भूपेश बघेल का जोरदार अभिनंदन, कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से किया स्वागत

रायपुर/पंजाब:  छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भूपेश बघेल का पंजाब कांग्रेस भवन में जोरदार स्वागत किया गया। उनके आगमन पर कार्यकर्ताओं और नेताओं ने पूरे जोश और उत्साह के साथ उनका अभिनंदन किया, फूल-मालाओं से स्वागत किया और कांग्रेस भवन में जोरदार नारेबाजी के साथ माहौल को जोश से भर दिया। इस दौरे को लेकर भूपेश बघेल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने पंजाब के प्रति अपने गहरे लगाव और सम्मान को व्यक्त किया।

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उन्होंने लिखा कि जब-जब उन्होंने पंजाब को पढ़ा, घूमा, समझा और जाना, तब-तब यह महसूस हुआ कि पंजाब केवल एक भौगोलिक राज्य नहीं, बल्कि संस्कृति, संघर्ष, समर्पण और प्रेरणा का एक जीवंत संगम है। उन्होंने पंजाब की समृद्ध विरासत का जिक्र करते हुए कहा कि यह भूमि केवल सरसों के खेतों की खुशबू से महकती नहीं, बल्कि यहां की मिट्टी में त्याग, बलिदान और देशभक्ति की अनगिनत कहानियां समाहित हैं।

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पंजाब वह पावन भूमि है जहां गुरुओं की शिक्षाओं ने सेवा और समर्पण का मार्ग प्रशस्त किया, जहां क्रांति की ज्वाला कभी मंद नहीं पड़ी, और जहां हर अन्याय के खिलाफ एक बुलंद आवाज हमेशा उठती रही है। यहां की संस्कृति किसी शांत बहते जल की तरह जीवन को नई ऊर्जा देती है, तो वहीं ढोल की मधुर थाप यहां के उत्सवों और उल्लास का प्रतीक बनती है। यह कर्मभूमि केवल मेहनतकश किसानों और जुझारू योद्धाओं की ही नहीं, बल्कि वह जगह भी है जहां हर व्यक्ति अपने अधिकारों के लिए लड़ने और अन्याय के खिलाफ खड़े होने की ताकत रखता है।

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पंजाब धर्म का प्रतीक है, जहां हर मजहब को समान सम्मान दिया जाता है और जहां मानवता की सेवा सर्वोपरि मानी जाती है। भूपेश बघेल ने अपने इस संदेश के जरिए पंजाब के ऐतिहासिक, सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं को बड़े ही भावनात्मक अंदाज में रेखांकित किया और यह स्पष्ट किया कि यह राज्य केवल भौगोलिक पहचान तक सीमित नहीं, बल्कि समर्पण, कर्म और न्याय की अमिट गाथा है। उनके इस दौरे से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में एक नई ऊर्जा देखने को मिली, और उनके नेतृत्व में पंजाब कांग्रेस को मजबूती मिलने की संभावनाएं भी प्रबल होती दिख रही हैं।