ममता बनर्जी का चुनाव आयोग पर बड़ा हमला, अभिषेक बनर्जी ने मतभेद की खबरों को बताया अफवाह
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की बैठक में कहा कि जब तक चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं होगा, तब तक देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना संभव नहीं होगा। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह भाजपा नेताओं को “भगवा कॉमरेड” कहेंगी और आरोप लगाया कि टीएमसी नेताओं के फोन टैप किए जा रहे हैं।
ममता बनर्जी ने अपने बयान में कहा कि भाजपा फर्जी मतदाता तैयार कर रही है और राज्य में लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी उन फर्जी मतदाताओं की पहचान करेगी, जिन्हें भाजपा की मदद से मतदाता सूची में पंजीकृत किया गया है। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि टीएमसी भाजपा के षड्यंत्रों के आगे नहीं झुकेगी और चुनावों में पूरी ताकत के साथ लड़ेगी।
अभिषेक बनर्जी ने भाजपा में शामिल होने की अटकलों को किया खारिज
इस बीच, टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने अपनी बुआ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मतभेद की खबरों को अफवाह करार दिया है। हाल के दिनों में यह अटकलें तेज हो गई थीं कि अभिषेक बनर्जी और ममता बनर्जी के बीच राजनीतिक मतभेद बढ़ रहे हैं और यह भी कहा जा रहा था कि अभिषेक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। लेकिन मंगलवार को कोलकाता में टीएमसी के एक बड़े सम्मेलन में उन्होंने इन सभी अटकलों को खारिज कर दिया।
अभिषेक बनर्जी ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “मैं टीएमसी का वफादार सिपाही हूं और मेरी नेता ममता बनर्जी हैं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि जो लोग उनके भाजपा में शामिल होने की अफवाह फैला रहे हैं, वे झूठ बोल रहे हैं और उनके अपने निहित स्वार्थ हैं। उन्होंने कहा कि वे उन लोगों के नाम भी जानते हैं, जो झूठी खबरें फैला रहे हैं और सही समय आने पर उन सभी का पर्दाफाश करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि वे टीएमसी के भीतर मौजूद गद्दारों को बेनकाब करना जारी रखेंगे, ठीक वैसे ही जैसे उन्होंने पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान किया था। डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि टीएमसी को कमजोर करने की कोशिश करने वालों को वे बिल्कुल भी बख्शने वाले नहीं हैं।
भाजपा और टीएमसी के बीच बढ़ती सियासी टकराहट
इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि टीएमसी और भाजपा के बीच टकराव लगातार गहराता जा रहा है। जहां ममता बनर्जी भाजपा और चुनाव आयोग पर हमलावर हैं, वहीं अभिषेक बनर्जी भी यह संकेत दे रहे हैं कि पार्टी के भीतर गद्दारों को बेनकाब किया जाएगा। अगले साल 2026 में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में राज्य की राजनीति गरमा गई है।
भाजपा लगातार टीएमसी पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है, जबकि टीएमसी इसे केंद्र सरकार द्वारा विपक्ष को कमजोर करने की साजिश बता रही है। चुनाव नजदीक आते ही दोनों पार्टियों के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज होती जा रही है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में टीएमसी और भाजपा के बीच यह सियासी जंग किस दिशा में आगे बढ़ती है।