अनिल कुंबले की सलाह: विराट कोहली को खेल का आनंद लेने और दबाव से मुक्त होने की जरूरत

दुबई:  भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले ने विराट कोहली की हालिया खराब फॉर्म को लेकर खुलकर बात की है। कुंबले का मानना है कि कोहली अपनी फॉर्म में वापसी के लिए जरूरत से ज्यादा प्रयास कर रहे हैं, जिससे उनके प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने विराट को सलाह दी है कि अपनी बल्लेबाजी को लेकर ज्यादा चिंता करने की बजाय, उन्हें खुलकर खेलने और खेल का आनंद लेने की जरूरत है।

कोहली का हालिया प्रदर्शन: संघर्ष जारी

विराट कोहली पिछले कुछ समय से अपनी फॉर्म को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने वनडे वर्ल्ड कप 2023 के बाद इस प्रारूप में छह पारियों में केवल 137 रन बनाए हैं, जिसमें सिर्फ एक अर्धशतक शामिल है। अगर उनकी पिछली 11 पारियों को देखें, तो उन्होंने कुल 170 रन ही बनाए हैं, जो उनके कद के बल्लेबाज के लिए बहुत कम माने जाते हैं।

हालिया पारियों में कोहली का स्कोर:
22, 52, 5, 6, 17, 6, 36, 5, 3, 7, और 11 रन

उनका आखिरी शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में आया था, लेकिन उसके बाद से वह केवल एक ही अर्धशतक बना सके हैं।

कुंबले की राय: कोहली खुद पर अनावश्यक दबाव बना रहे हैं

अनिल कुंबले ने ESPNcricinfo से बातचीत में कहा कि कोहली अपने ऊपर बहुत अधिक दबाव बना रहे हैं, जिससे उनके शॉट सेलेक्शन और मानसिकता पर असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा,

“मुझे लगता है कि वह कुछ ज्यादा ही प्रयास कर रहे हैं। जब आप उनकी बल्लेबाजी को देखते हैं, तो साफ दिखता है कि वह स्वाभाविक रूप से खेलने की बजाय ज्यादा सोच रहे हैं। उन्हें खुद पर इतना दबाव डालने की जरूरत नहीं है।”

रोहित शर्मा से सीख लेने की सलाह

कुंबले ने उदाहरण के रूप में रोहित शर्मा का जिक्र किया और कहा कि विराट को खुलकर खेलने की जरूरत है।

“रोहित शर्मा को देखिए, वह पूरी तरह से बेफिक्र होकर खेलते हैं। क्योंकि उन्हें यह भरोसा है कि टीम में आगे भी कई शानदार बल्लेबाज मौजूद हैं। विराट को भी इसी मानसिकता के साथ खेलना चाहिए और बेवजह चिंता करने की जरूरत नहीं है।”

मुश्किल दौर से निकलने का तरीका

अनिल कुंबले ने यह भी बताया कि क्रिकेट में हर खिलाड़ी को मुश्किल दौर से गुजरना पड़ता है, लेकिन यह जरूरी है कि खिलाड़ी खुद पर अतिरिक्त दबाव न लें।

“जब आप पर प्रदर्शन करने का दबाव होता है, तो आप अनजाने में ज्यादा प्रयास करने लगते हैं। लेकिन इससे खेल आसान नहीं होता, बल्कि और मुश्किल हो जाता है। जब विराट अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारियां खेल रहे थे, तब वह इन चीजों के बारे में नहीं सोच रहे थे। उन्हें बस उसी सहजता से खेलने की जरूरत है।”

आगे की राह: कोहली को क्या करना चाहिए?

अपनी मानसिकता को शांत और सहज बनाए रखना।
खेल का आनंद लेना और ज्यादा सोचे बिना अपनी स्वाभाविक शैली में खेलना।
दबाव में आने के बजाय परिस्थितियों के अनुसार शॉट खेलना।
खुद की तुलना अन्य खिलाड़ियों से करने के बजाय अपनी ताकत पर ध्यान देना।