ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के नाम पर 47 लाख की ठगी, व्यवसायी ने दर्ज कराई एफआईआर

रायपुर। शहर के एक व्यवसायी के साथ ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के नाम पर 47 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस धोखाधड़ी को लेकर व्यवसायी ने सिविल लाइन थाना रायपुर में एफआईआर दर्ज करवाई है।
शिकायतकर्ता जगदीश मेहता, निवासी कुबेर अपार्टमेंट, शंकर नगर ने बताया कि उन्होंने 6 जनवरी को आईआईएफएल सिक्योरिटीज नामक एप डाउनलोड कर उसमें रजिस्ट्रेशन किया था। इसके बाद 7 जनवरी को मिस सुरक्षा नामक महिला, जो स्वयं को आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड का प्रतिनिधि बता रही थी, ने फोन पर संपर्क किया और ऑनलाइन स्टॉक मार्केटिंग प्रेजेंटेशन दिया।
पीडि़त ने बताया कि 16 जनवरी से 2 फरवरी के बीच उन्होंने इस एप में 47 लाख रुपये का निवेश किया। इस दौरान उन्हें हर दिन ब्लॉक ट्रेडिंग का ब्यौरा मिलता रहा और एप में उनके निवेश व लाभ की जानकारी प्रदर्शित होती रही। प्रारंभ में 1000 रुपये की राशि सफलतापूर्वक विड्रॉल भी हुई, जिससे उन्हें इस प्लेटफॉर्म पर भरोसा हो गया। 1 फरवरी को पीडि़त को एक आईपीओ में निवेश करने का सुझाव दिया गया। उन्हें आश्वासन दिया गया कि उनके खाते की कुल राशि का केवल 20 प्रतिशत ही निवेश किया जाएगा। लेकिन 8 फरवरी को जब उन्होंने एप चेक किया तो पाया कि उनके नाम पर 1.65 करोड़ रुपये के शेयर सब्सक्राइब हो चुके हैं। इसके बाद उनसे 55 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि जमा करने को कहा गया। जब उन्होंने असमर्थता जताई तो उनसे दुकान या मकान गिरवी रखकर भुगतान करने की सलाह दी गई।
इसके बाद पीडि़त को एहसास हुआ कि वे ठगी का शिकार हो चुके हैं। उन्होंने इस मामले की जानकारी अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट को दी, जिन्होंने तत्काल साइबर क्राइम के तहत मामला दर्ज कराने की सलाह दी। पीडि़त के अनुसार, इस ठगी में एक व्यक्ति दीपक दत्तात्रय प्रभु भी शामिल था, जो खुद को इन्वेस्टर बताता था और व्हाट्सएप पर उन्हें लगातार निवेश के लिए प्रेरित करता था। पुलिस ने इस मामले में धारा 318 (4) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी है।
वर्जन
आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड के नाम पर ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के जरिए 47 लाख रुपये की ठगी की गई थी। इस मामले में बीएनएस की धारा 318 (4) के तहत केस दर्ज किया गया है और इसे साइबर क्राइम शाखा को भेज दिया गया है।
रोहित मालेकर, टीआई, सिविल लाइन थाना