लोफंदी गांव में अवैध शराब से 9 मौतों पर हड़कंप, भाजपा विधायक सुशांत शुक्ला ने प्रशासन को लताड़ा, पीड़ित परिवारों को मिलेगा मुआवजा
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के लोफंदी ग्राम में अवैध महुआ शराब के सेवन से हुई मौतों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जहरीली शराब से अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन जिला प्रशासन और आबकारी विभाग ने अभी तक इसे औपचारिक रूप से स्वीकार नहीं किया है। इस बीच, भाजपा विधायक सुशांत शुक्ला ने गांव का दौरा कर प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और प्रशासन पर सवाल उठाए। उन्होंने स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग पर अवैध शराब के कारोबार को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
विधायक ने प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता का दिया आश्वासन
नगर निकाय चुनाव के संपन्न होने के बाद विधायक सुशांत शुक्ला लोफंदी गांव पहुंचे और मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों को अपनी विधायक निधि से आर्थिक सहायता देने की घोषणा की और मुख्यमंत्री सहायता कोष से भी मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। शुक्ला ने कहा कि इस तरह की घटनाएं बेहद गंभीर हैं और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कलेक्टर से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने और जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने की मांग की।
अवैध शराब कारोबार पर रोक लगाने के सख्त निर्देश
विधायक शुक्ला ने लोफंदी गांव में अवैध शराब की बढ़ती आपूर्ति पर नाराजगी जताई और प्रशासन को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने आबकारी विभाग के अधिकारियों और पुलिस प्रशासन से कहा कि वे तय समयसीमा के भीतर जांच पूरी कर अवैध शराब की बिक्री को तत्काल रोके। शुक्ला ने यह भी कहा कि पंचायत चुनावों के दौरान ग्रामीण इलाकों में अवैध शराब की आपूर्ति बढ़ जाती है, जिससे इस तरह की दुखद घटनाएं सामने आती हैं।
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी
भाजपा विधायक ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अवैध शराब की बिक्री पर जल्द रोक नहीं लगी तो वे बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना के जिम्मेदार लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे कोई भी हों। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
लोफंदी गांव में शोक का माहौल, परिजनों ने न्याय की लगाई गुहार
लोफंदी गांव में एक ही हफ्ते में नौ मौतों के बाद गांव का माहौल गमगीन है। मृतकों के परिजनों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है। कई ग्रामीणों ने बताया कि लंबे समय से इलाके में अवैध शराब की बिक्री हो रही थी, लेकिन प्रशासन ने इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। अब जब इतनी बड़ी त्रासदी सामने आई है, तब जाकर प्रशासन हरकत में आया है।
सरकार और प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल
इस घटना के बाद सरकार और प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। विपक्ष इस मामले को लेकर हमलावर हो गया है और सरकार पर लापरवाही का आरोप लगा रहा है। भाजपा नेता सुशांत शुक्ला ने राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि अगर प्रशासन ने पहले ही अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाई होती, तो आज इतनी मौतें नहीं होतीं।
जांच के बाद सामने आएंगे असली दोषी
फिलहाल, प्रशासन ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों की तलाश जारी है। उम्मीद की जा रही है कि जांच पूरी होने के बाद असली दोषी सामने आएंगे और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रशासन को अधिक सतर्क रहना होगा और अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए कठोर कदम उठाने होंगे।
इस पूरे मामले पर अब राज्य सरकार और जिला प्रशासन की अगली कार्रवाई क्या होगी, यह देखने लायक होगा। वहीं, प्रभावित परिवार अब भी न्याय की आस लगाए बैठे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलेगी।