अवैध अप्रवासियों और व्यापार असंतुलन पर बोले रो खन्ना, पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की संभावित वार्ता से उम्मीदें जताईं
वॉशिंगटन: भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संभावित मुलाकात पर अपनी राय जाहिर की। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस बैठक में अवैध अप्रवासियों से जुड़े मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है। उन्होंने अमेरिका में निर्वासित किए जा रहे अप्रवासियों के साथ इंसानियत भरा व्यवहार करने की अपील करते हुए कहा कि जो भी निर्वासन हो, वह गरिमापूर्ण तरीके से होना चाहिए।
अवैध अप्रवासियों पर रो खन्ना की प्रतिक्रिया
रो खन्ना ने अमेरिका में अवैध अप्रवासियों के खिलाफ चल रहे निर्वासन अभियान को लेकर कहा कि यह सही है कि अमेरिका में प्रवेश कानूनी तरीके से होना चाहिए और लोग प्रवासन कानूनों का पालन करें, लेकिन अगर किसी को निर्वासित किया जाता है, तो उनके साथ अमानवीय व्यवहार नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को अमेरिका से वापस भेजा जा रहा है, उनके साथ दुर्व्यवहार और अमानवीय उत्पीड़न की खबरें चिंताजनक हैं।
रो खन्ना की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब 5 फरवरी को अमेरिकी सेना का एक विमान 100 से अधिक अवैध अप्रवासियों को भारत लेकर पहुंचा था। इन निर्वासित भारतीय नागरिकों के हाथ-पैरों में बेड़ियां थीं और उनके साथ अमानवीय व्यवहार किए जाने की खबरें सामने आईं, जिसके बाद इस मुद्दे पर भारतीय संसद में भी जोरदार बहस हुई। इस पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बयान जारी कर कहा कि भारत सरकार इस पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है और अमेरिका सरकार से संपर्क में है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसे मामलों में निर्वासित भारतीय नागरिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाए।
व्यापार असंतुलन का मुद्दा
इसके अलावा, रो खन्ना ने भारत और अमेरिका के बीच व्यापार असंतुलन पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अमेरिका को सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि चीन, कनाडा और यूरोप के साथ भी व्यापार असंतुलन का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका इन देशों से ज्यादा सामान आयात करता है, लेकिन ये देश अमेरिका से उतना सामान नहीं खरीदते। यही स्थिति भारत और अमेरिका के बीच भी है। उन्होंने इस असंतुलन को दूर करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए दोनों देशों को व्यापार नीतियों में संतुलन लाना होगा और परस्पर सहयोग को मजबूत करना होगा।
भारत-अमेरिका संबंधों में अहम मुद्दे
रो खन्ना ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी अमेरिका यात्रा के दौरान इन सभी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी और दोनों देश व्यापार और अप्रवास नीतियों को लेकर बेहतर समझ विकसित करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते वैश्विक स्तर पर बेहद महत्वपूर्ण हैं और इन रिश्तों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करना चाहिए।
रो खन्ना ने यह भी कहा कि अवैध अप्रवासियों का मुद्दा अमेरिकी समाज और राजनीति के लिए संवेदनशील विषय है और इस पर व्यापक विचार-विमर्श और बेहतर नीतिगत समाधान की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह अपने कानूनों का पालन करते हुए भी अप्रवासियों के अधिकारों की रक्षा करे और उनके साथ गरिमापूर्ण व्यवहार किया जाए।
रो खन्ना ने इस मुद्दे पर अमेरिकी प्रशासन से ठोस कदम उठाने की अपील की और उम्मीद जताई कि भारत सरकार भी इस दिशा में प्रभावी बातचीत करेगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच मजबूत कूटनीतिक संबंध हैं और दोनों देशों को मिलकर व्यापार असंतुलन, अप्रवासन और मानवाधिकारों जैसे संवेदनशील मुद्दों को हल करने की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।