दंतेवाड़ा के जंगल में नक्सलियों द्वारा किए गए IED ब्लास्ट में 3 CRPF जवान हुए घायल, सघन सर्चिंग अभियान जारी
दंतेवाड़ा : छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ जारी एंटी-नक्सल ऑपरेशन के बीच माओवादियों को अब भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। मुठभेड़ों में लगातार विफलताओं के बाद नक्सली बौखला गए हैं और उन्होंने अब जवानों को नुकसान पहुँचाने के लिए खतरनाक रणनीतियां अपनानी शुरू कर दी हैं। इसी कड़ी में, आज पुरंगेल के जंगल में नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) ब्लास्ट की चपेट में आने से सीआरपीएफ के तीन जवान घायल हो गए।
घायल जवानों को तुरंत इलाज के लिए रायपुर लाया गया। बस्तर रेंज के आईजी, पी सुंदरराज ने इस घटना की पुष्टि की और कहा कि जवानों की हालत स्थिर है। सोमवार सुबह, सीआरपीएफ 231 बटालियन के जवान और अन्य सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम सर्चिंग ऑपरेशन पर निकली थी। इस दौरान पुरंगेल गांव के जंगलों में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया। इसमें प्रमोद कुमार नामक एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि दो अन्य जवानों को मामूली चोटें आई हैं। घायल जवान प्रमोद कुमार का पैर बुरी तरह से जख्मी हो गया है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया।
इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र में सघन गश्त और सर्चिंग अभियान तेज कर दिया है, ताकि नक्सलियों को पकड़ने और उनके खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जा सके। इस तरह के हमलों से यह भी साफ होता है कि माओवादी अब भी अपनी कायराना गतिविधियों से सुरक्षा बलों को नुकसान पहुँचाने के प्रयास कर रहे हैं, हालांकि अब सुरक्षा बलों की रणनीति और जवाबी कार्रवाई के चलते नक्सलियों की गतिविधियों में कमी आ रही है।
छत्तीसगढ़ सरकार और केंद्रीय सुरक्षा बल लगातार नक्सलवाद के खिलाफ मोर्चा ले रहे हैं, ताकि राज्य में शांति और सुरक्षा बहाल की जा सके।