सीएम योगी ने शनिवार को महाकुंभ क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया, वसंत पंचमी स्नान की तैयारियों का लिया जायजा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज शनिवार को महाकुंभ क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया और आगामी वसंत पंचमी पर होने वाले प्रमुख स्नान की तैयारियों का जायजा लिया। 2 फरवरी को मुख्यमंत्री का प्रयागराज दौरा इस ऐतिहासिक धार्मिक आयोजन की पूरी व्यवस्था को लेकर था, जिसमें वह महाकुंभ के महत्व और इसकी तैयारियों को लेकर प्रशासन के साथ चर्चा करेंगे। महाकुंभ, जो 13 जनवरी से शुरू हुआ है, एक विशाल धार्मिक मेला है जो 26 फरवरी तक चलेगा और इसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। इस बार महाकुंभ ने न केवल भारत के श्रद्धालुओं को बल्कि विदेशी राजनयिकों को भी आकर्षित किया है।
विदेशी राजदूतों ने इस महाकुंभ मेले के महत्व और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के प्रत्यक्ष अनुभव करने की खुशी व्यक्त की है। एस्टोनिया के राजदूत मार्जे लुप ने इस आयोजन की अहमियत को स्वीकार करते हुए कहा कि यह एक बहुत ही खास मौका है, जिसके दौरान वे अपनी धार्मिक यात्रा के हिस्से के रूप में महाकुंभ में डुबकी लगाएंगे। नेपाल के राजदूत शंकर प्रसाद शर्मा ने महाकुंभ के पवित्रता को महत्वपूर्ण माना और इसे आशीर्वाद प्राप्त करने का एक अवसर बताया। वहीं, दक्षिण अफ्रीका के उच्चायुक्त अनिल सूकलाल ने इसे एक “जीवन में एक बार होने वाला अनुभव” करार दिया।
लिथुआनिया की राजदूत डायना मिकेविसिएन ने भी इस मेले में भाग लेने को एक भाग्यशाली अनुभव बताया और कहा कि यह भारतीय संस्कृति और विरासत को देखने का एक अद्भुत अवसर है। महाकुंभ में इस समय 5.42 मिलियन से अधिक श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा चुके हैं, जिसमें 1 मिलियन से अधिक कल्पवासी और 4.42 मिलियन तीर्थयात्रियों ने हिस्सा लिया है। महाकुंभ के महत्वपूर्ण स्नान की तिथियां 3 फरवरी (बसंत पंचमी), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा), और 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) हैं, जिन पर लाखों लोग गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में आस्था और श्रद्धा के साथ स्नान करेंगे।
