श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके ने जाफना में तमिलों की कब्जाई गई जमीन वापस करने का किया ऐलान

श्रीलंका :  श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने शुक्रवार को उत्तरी तमिल समुदाय को एक महत्वपूर्ण आश्वासन दिया कि सेना द्वारा कब्जाई गई उनकी भूमि जल्द ही पूरी तरह से उन्हें वापस कर दी जाएगी। यह बयान राष्ट्रपति बनने के बाद उनके जाफना दौरे के दौरान आया, जो श्रीलंका के उत्तरी प्रांत का एक प्रमुख तमिल बहुल शहर है। यह दौरा उनके राष्ट्रपति के रूप में पहला था, और उन्होंने इस अवसर पर कहा कि लोगों की भूमि उनके ही पास होनी चाहिए, और इसका उनके वास्तविक मालिकों को पुनः सौंपने की प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा।

80 के दशक में हुई सशस्त्र संघर्ष के दौरान सरकार ने सैन्य उद्देश्यों के लिए व्यापक रूप से नागरिकों की भूमि पर कब्जा कर लिया था। हालांकि, 2015 से धीरे-धीरे कुछ जमीनें वापस की गई हैं, लेकिन अब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। राष्ट्रपति दिसानायके ने इस प्रक्रिया को और तीव्र करने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि जमीनों को उनके असली मालिकों को शीघ्र ही सौंपा जा सके।

उत्तरी श्रीलंका में यह कदम महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह तमिल समुदाय के लिए एक लंबे समय से लंबित मुद्दे को सुलझाने की दिशा में एक कदम है। इस घोषणा से न केवल स्थानीय लोगों को राहत मिलने की संभावना है, बल्कि यह श्रीलंका के समाज में सामुदायिक मेलजोल और शांति की ओर एक सकारात्मक दिशा में भी कदम हो सकता है।