“IND vs ENG T20: राजकोट में भारतीय टीम की संभावित प्लेइंग इलेवेन, चार स्पिनर्स के साथ मजबूत संयोजन और शमी की वापसी पर संशय”

राजकोट भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पांच मैचों की टी20 सीरीज़ के तीसरे मुकाबले में भारतीय टीम आज राजकोट में उतरने वाली है। भारतीय टीम ने पहले दो मैचों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 2-0 की बढ़त बनाई है और अब उसकी नजरें तीसरी जीत हासिल कर सीरीज पर कब्जा करने पर हैं। टीम के संयोजन में बदलाव की संभावना कम ही नजर आती है, जिसमें अर्शदीप सिंह के रूप में एकमात्र विशेषज्ञ तेज गेंदबाज और हार्दिक पांड्या के साथ नई गेंद की जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया गया है। पहले दोनों मैचों में भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लैंड की बैटिंग लाइनअप को संयमित कर रखा और उन्हें एक बड़ा स्कोर बनाने से रोकने में कामयाबी हासिल की।

हालाँकि, भारतीय तेज गेंदबाजी के पर्यावरण में मोहम्मद शमी की फिटनेस को लेकर अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। शमी की वापसी फिटनेस पर निर्भर करेगी, क्योंकि टीम प्रबंधन इस समय किसी भी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहता। शमी इंग्लैंड के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज़ और अगले महीने की चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी टीम का हिस्सा हो सकते हैं, लेकिन उनकी वापसी तीसरे टी20 में संभव नहीं दिखती।

इस मुकाबले में चोटिल रिंकू सिंह और नीतीश रेड्डी को खेलने का मौका नहीं मिला और उनकी जगह शिवम दुबे तथा रमनदीप सिंह को टीम में शामिल किया गया है। सवाल यह उठता है कि इन दोनों में से किसे प्लेइंग-11 में शामिल किया जाएगा। दुबे को विश्व कप में स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रणनीति के लिए जाना जाता है और वह इंग्लैंड के आदिल राशिद जैसी चुनौती का सामना कर सकते हैं, जबकि रमनदीप अपनी तेज गेंदबाजी से एक अहम विकल्प हो सकते हैं। इस समय भारतीय टीम में चार स्पिनर्स मौजूद हैं— अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, रवि बिश्नोई और वरुण चक्रवर्ती। अगर रमनदीप को प्लेइंग-11 में शामिल किया जाता है तो वह अतिरिक्त तेज गेंदबाज के तौर पर मैदान में उतर सकते हैं।

पहले दोनों मैचों में भारतीय गेंदबाजों ने अपनी मजबूत योजनाओं और संयमित गेंदबाजी से इंग्लैंड के बड़े हिटters को परेशान किया। इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर दोनों मैचों में टीम के सबसे खतरनाक बल्लेबाज के रूप में सामने आए थे। पहले मैच में उन्होंने अर्धशतक लगाया, वहीं दूसरे मैच में भी एक ताबड़तोड़ पारी खेली और अपनी टीम को जीत की ओर बढ़ने का मौका दिया। लेकिन अन्य इंग्लिश बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ जूझते दिखे। इन परिस्थितियों में, भारतीय गेंदबाजों के लिए बटलर को रोकने की चुनौती सबसे महत्वपूर्ण होगी।

भारत के बल्लेबाजों में, संजू सैमसन ने पहले मैच में अपनी विकेटकीपिंग के दौरान शानदार प्रदर्शन किया, हालांकि जोफ्रा आर्चर की शॉर्ट पिच गेंदों ने उन्हें दोनों मैचों में मुश्किल में डाल दिया। सैमसन को इस कमजोरी पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी। वहीं, कप्तान सूर्यकुमार यादव को एक बार फिर अपने शानदार फॉर्म में लौटने की उम्मीद है। भारतीय टीम के बल्लेबाजों को राजकोट की विकेट पर खेलते हुए बड़ी पारी खेलनी होगी।

इस रोमांचक मुकाबले का उद्देश्य सिर्फ सीरीज की जीत हासिल करना नहीं है, बल्कि यह भारतीय टीम के लिए अगले बड़े मुकाबलों से पहले अपनी टीम संयोजन और गेंदबाजी योजना को परखने का एक बड़ा अवसर भी होगा।