अवैध अप्रवासियों की तलाश में अमेरिकी पुलिस ने गुरुद्वारों में मारी दस्तक, सिख संगठनों ने जताई नाराजगी
वॉशिंगटन: अमेरिका में अवैध अप्रवासियों के खिलाफ अभियान लगातार तेज हो रहा है। हाल ही में होमलैंड सिक्योरिटी के अधिकारियों ने न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी के गुरुद्वारों में जाकर तलाशी अभियान चलाया। इस कार्रवाई का उद्देश्य अवैध अप्रवासियों की तलाश करना था, लेकिन यह कदम सिख संगठनों और समुदायों में गहरी नाराजगी का कारण बन गया। गुरुद्वारों में अधिकारियों की उपस्थिति को धार्मिक आस्था का अपमान मानते हुए सिख संगठनों ने इस पर सख्त ऐतराज जताया है।
सिख समुदाय के नेताओं ने इन कार्रवाइयों को धार्मिक संस्थानों की पवित्रता पर हमला बताया। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे न केवल सिख धर्म के पूजा स्थल हैं, बल्कि वे हर किसी के लिए सुरक्षा और शरण का स्थान भी हैं। ऐसी जगहों पर इस प्रकार का हस्तक्षेप सिख आस्थाओं और परंपराओं के खिलाफ है।
घटनाओं के बाद, कई सिख संगठनों ने गुरुद्वारों में तलाशी अभियान की निंदा करते हुए बयान जारी किए। उन्होंने सरकार से धार्मिक स्थलों की पवित्रता को बरकरार रखने और ऐसी कार्रवाइयों से बचने का आग्रह किया। उनका कहना है कि अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देश में इस प्रकार की कार्रवाई समुदायों में डर का माहौल पैदा करती है और अल्पसंख्यकों के प्रति असंवेदनशीलता को दर्शाती है।
होमलैंड सिक्योरिटी के अधिकारियों ने हालांकि स्पष्ट किया कि यह अभियान अवैध अप्रवासियों की पहचान के लिए चलाया गया था और किसी भी धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने का उद्देश्य नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि कानून लागू करने में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता।
इस घटना ने अमेरिका में धार्मिक स्वतंत्रता और कानून प्रवर्तन के बीच की जटिलता को उजागर कर दिया है। सिख समुदाय ने इस विवाद को अदालत में ले जाने और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए कानूनी कार्रवाई करने का भी संकेत दिया है। धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर इस घटना ने अमेरिकी प्रशासन के सामने एक नई चुनौती पेश कर दी है।
