गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के वडनगर में 300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का किया उद्घाटन

नई दिल्ली गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी के गृहनगर वडनगर में 298 करोड़ रुपये की लागत से तैयार पुरातत्व अनुभवात्मक संग्रहालय का उद्घाटन किया। इस संग्रहालय के उद्घाटन के दौरान, शाह ने वडनगर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स को भी जनता को समर्पित किया, जिसे लगभग 35 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन और उनकी यात्रा पर आधारित एक फिल्म का भी विमोचन किया गया। इसके अलावा गृह मंत्री ने वडनगर में विरासत परिसर विकास योजना, शहरी सड़क विकास, और सौंदर्यीकरण कार्यक्रम की भी अध्यक्षता की।

पुरातत्व अनुभवात्मक संग्रहालय, 12,500 वर्गमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है, और यह भारत में अपनी तरह का पहला संग्रहालय है। इसमें 2,500 सालों से पुराने समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास और निरंतर मानव निवास के क्रम को प्रस्तुत किया गया है, जिसे उत्खनन किए गए पुरातात्विक प्रमाणों के माध्यम से दर्शाया गया है। इस संग्रहालय में आगंतुकों को न केवल पुरातात्त्विक अवशेषों का भव्य प्रदर्शन मिलेगा, बल्कि उन्हें यहां एक अनोखा अनुभव प्राप्त होगा।

गुजरात के वडनगर में जल्द ही एक पुरातात्विक अनुभवात्मक संग्रहालय बनेगा  जिसमें इमर्सिव एआर और वीआर अनुभव होंगे

इस संग्रहालय में करीब 5,000 से अधिक कलाकृतियां प्रदर्शित की गई हैं, जिनमें मिट्टी के बर्तनों, शंख निर्माण, सिक्के, आभूषण, हथियार, औजार, मूर्तियां, खेल सामग्री, और जैविक सामग्री जैसे खाद्यान्न, डीएनए, और कंकाल अवशेष शामिल हैं। इसके अलावा, यहां नौ विषयगत दीर्घाएं हैं, जिनमें पुरातात्विक स्थल का उत्खनन और वॉक-वे शेड जैसे दिलचस्प अनुभव प्रदान किए जाएंगे। संग्रहालय के उत्खनन स्थल पर 12-16 मीटर तक गहराई में जाकर पुरातात्विक अवशेषों को देखा जा सकता है, जो इस जगह को एक सजीव इतिहास का अनुभव प्रदान करते हैं।

गृह मंत्री अमित शाह ने वडनगर में ‘फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन-ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम’ (एफटीआई-टीटीपी) के उद्घाटन के बाद विदेश यात्रा पर जाने वाले नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली इमिग्रेशन सेवाओं का वादा किया। इस कार्यक्रम के जरिए यात्रियों को तत्काल और विश्वस्तरीय आव्रजन सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। शाह ने पहले इस योजना का उद्घाटन नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-3 से किया था और अब इसका विस्तार अहमदाबाद, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बंगलूरू, हैदराबाद, और कोचीन जैसे प्रमुख हवाई अड्डों तक किया गया है।

यह कार्यक्रम वडनगर में आयोजित एक ऐतिहासिक पल साबित हुआ है, जो न केवल भारत के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में बड़ा कदम है, बल्कि इसे वैश्विक पर्यटन के दृष्टिकोण से एक प्रमुख स्थान बनाने की ओर भी एक महत्वपूर्ण पहल है।