“ग्रेग चैपल ने इंग्लैंड के युवा बल्लेबाज हैरी ब्रूक की तुलना सचिन तेंदुलकर से करते हुए उनकी क्रिकेट क्षमता और दृष्टिकोण की सराहना की”
सिडनी: भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और इंग्लैंड के उभरते क्रिकेट स्टार हैरी ब्रूक के बीच की तुलना, खासकर ग्रेग चैपल द्वारा की गई है, जिस पर क्रिकेट प्रेमियों के बीच बहस छिड़ गई है। ग्रेग चैपल, जो भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रह चुके हैं, ने ब्रूक के पहले टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत पर चर्चा की है और इसे तेंदुलकर की तुलना में कहीं ज्यादा प्रभावी माना है। चैपल ने इस बात को रेखांकित किया कि ब्रूक के शुरुआती 15 टेस्ट मैचों में प्रदर्शित आँकड़े सचिन से कहीं बेहतर हैं। जहां तेंदुलकर ने अपने पहले 15 टेस्ट मैचों में 40 से कम की औसत से 837 रन बनाए थे, वहीं ब्रूक ने 60 की औसत से 1,378 रन बनाए हैं, जिसमें 5 शतक भी शामिल हैं।
चैपल ने ब्रूक की तकनीकी क्षमता की भी सराहना की और इसे सचिन तेंदुलकर की तरह उत्कृष्ट बताया। उनका कहना था कि ब्रूक की बल्लेबाजी तकनीक सरल लेकिन अत्यधिक प्रभावी है। उनकी स्थिरता और तकनीकी शुद्धता उन्हें गेंदबाजों को पूरी तरह से समझने और उनके अनुसार अपने शॉट्स को कड़ी सटीकता से खेलने की क्षमता देती है। ब्रूक हर प्रकार की गेंद पर आसानी से रन बना सकते हैं, चाहे गेंद फुल लेंथ हो, शॉर्ट लेंथ हो या गुड लेंथ पर पिच की गई हो। चैपल ने उनकी बेहतरीन कलाई के उपयोग, फ्लिक, क्रंचिंग ड्राइव और बैकफुट शॉट्स की दक्षता का भी हवाला दिया, जिससे ब्रूक मैदान में फील्डरों को लगातार भ्रमित करते हैं।
ब्रूक की बल्लेबाजी के बारे में उन्होंने यह भी कहा कि वह सचिन की शुरुआती प्रतिभा की तरह खुद को हर परिस्थिति में ढालने में सक्षम हैं। तेंदुलकर के खेल की शुरुआत जल्दी हुई थी और उन्हें विशेष रूप से अपनी तकनीक को सामने लाने का अवसर टेस्ट क्रिकेट में मिलते रहते थे। ब्रूक, हालांकि, अपनी शक्ति के साथ तकनीकी रूप से बेहतर क्रिकेट खेलते हैं और उन्हें गहराई से विश्लेषित किया जा सकता है।
चैपल ने यह भी कहा कि आज ब्रूक इंग्लैंड क्रिकेट के लिए सिर्फ एक अच्छे खिलाड़ी नहीं बल्कि एक विशेष ताकत हैं, जिनके इर्द-गिर्द इंग्लैंड टीम का भविष्य बना सकता है। उनका योगदान इंग्लिश क्रिकेट के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है। जैसा कि चैपल ने कहा, ‘‘ब्रूक वह खिलाड़ी नहीं है जिस पर भविष्य की उम्मीदें थोड़ी सी हों, बल्कि वह इंग्लैंड क्रिकेट के भविष्य का सबसे मजबूत आधार बन सकते हैं।’’
जहां एक ओर ब्रूक के तकनीकी कौशल और प्रभावशाली आंकड़े उसकी क्रिकेट यात्रा का रोचक पहलू हैं, वहीं उसे सटीक तरीके से शतक बनाने और विपक्षी टीमों को चुनौती देने की उसकी क्षमता ने उसे क्रिकेट की दुनिया में एक नायक बना दिया है।