सीएम योगी आदित्यनाथ, मोहन चरण माझी और मोहन यादव ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को उनके 70वें जन्मदिन पर दी शुभकामनाएं

नई दिल्ली :  भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने 9 जनवरी को अपना 70वां जन्मदिन मनाया, और इस अवसर पर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी जैसे वरिष्ठ नेताओं ने विदेश मंत्री के जन्मदिन पर उनकी दीर्घायु, अच्छे स्वास्थ्य और सफलता की कामना की।

सीएम मोहन चरण माझी ने इस मौके पर डॉ. एस. जयशंकर को “भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा को बढ़ाने में उनका असाधारण नेतृत्व और प्रयास” के लिए सराहा। उन्होंने लिखा, “यह वर्ष आपके लिए अच्छा स्वास्थ्य, खुशियां और निरंतर सफलता लेकर आए।” सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी विदेश मंत्री के जन्मदिन पर अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा, “आप एक कर्मठ राजनेता और कुशल रणनीतिकार हैं। प्रभु श्रीराम से मैं आपकी लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।”

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जयशंकर को “भारत के विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर को जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं” कहते हुए उनका आभार व्यक्त किया और बाबा महाकाल से उनके स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी जयशंकर को “जन्मदिन की बधाई एवं शुभकामनाएं” देते हुए श्रीराम से उनके अच्छे स्वास्थ्य और प्रतिष्ठा की कामना की।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “विदेश मंत्री को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। बाबा केदार से आपके सुदीर्घ और मंगलमय जीवन की कामना करता हूं।”

एस. जयशंकर का जीवन केवल उनके राजनीतिक करियर तक सीमित नहीं है। 9 जनवरी 1955 को दिल्ली में जन्मे डॉ. जयशंकर भारत के सबसे प्रतिष्ठित कूटनीतिज्ञों में से एक माने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत भारतीय विदेश सेवा (IFS) से की थी और विदेश सचिव के रूप में सेवा देने के बाद उन्हें भारत का विदेश मंत्री नियुक्त किया गया। विदेश मंत्री के रूप में डॉ. जयशंकर ने भारत की कूटनीति में एक नयी दिशा दी है और वैश्विक मंचों पर भारत की छवि को मजबूती प्रदान की है।

यह जश्न सिर्फ एक नेता के जन्मदिन का नहीं, बल्कि एक समर्पित कूटनीतिज्ञ की सफलता की गाथा का भी जश्न है, जो भारत के लिए गर्व की बात है।