“छत्तीसगढ़ में सद्गुरु ऋतेश्वर जी का आशीर्वाद: राज्य सरकार का सुशासन और खुशहाली के प्रति समर्पण”
रायपुर : छत्तीसगढ़ में हाल ही में एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक आयोजन का अवसर तब मिला, जब सुप्रसिद्ध आध्यात्मिक संत और प्रेरक वक्ता, परम पूज्य सद्गुरु श्री ऋतेश्वर जी महाराज ने प्रदेश के निवास स्थल पर पधारकर अपने ज्ञान और आशीर्वाद से वातावरण को अलौकिक बना दिया। इस विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने व्यक्तिगत रूप से उनका स्वागत किया। उन्होंने महाराज जी का शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मान किया और उनके आशीर्वाद व सानिध्य का सौभाग्य प्राप्त किया।
सद्गुरु ऋतेश्वर जी, जिन्हें समाज में उच्च आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में ख्याति प्राप्त है, ने अपने प्रेरक विचारों से न केवल वहां उपस्थित जनमानस को आलोकित किया, बल्कि राज्य सरकार को भी प्रेरित किया कि वे सुशासन और जनकल्याण की दिशा में अडिग रहें। इस दौरान, मुख्यमंत्री साय ने साधु-संतों और मनीषियों के आशीर्वाद को सुशासन और प्रदेश की खुशहाली का प्रमुख स्तंभ बताया।
महाराज जी ने अपने प्रवचन में हरि कृपा की महिमा का उल्लेख करते हुए कहा, “संतों का सानिध्य और उनका मार्गदर्शन उसी के भाग्य में होता है, जिसे ईश्वर की अनुकंपा प्राप्त हो।” उन्होंने छत्तीसगढ़ को संस्कारों और सभ्यता की भूमि बताते हुए राज्य के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मुख्यमंत्री साय ने ट्वीट करते हुए इस शुभ अवसर का उल्लेख किया और कहा, “परम पूज्य महाराज जी का आशीर्वाद पाकर हम सभी धन्य हुए। साधु-संतों और मनीषियों की कृपा से हमारी सरकार सुशासन और प्रदेश में खुशहाली स्थापित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। आज छत्तीसगढ़ में विकास और सुख-शांति की बयार बह रही है।”
यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि यह प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर और संत परंपरा को सम्मानित करने का उदाहरण भी बना। ऐसे आयोजन प्रदेश के नागरिकों को धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूक करते हैं और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने में सहायक होते हैं।
