सुरक्षाबलों ने 2 नक्सलियों को किया गिरफ्तार, भारी मात्रा में आईडी बरामद

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिलों में सुरक्षाबलों के लगातार किए गए ऑपरेशनों से बौखलाए नक्सलियों ने सोमवार को बीजापुर में एक शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईडी) ब्लास्ट कर दिया। इस विस्फोट में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के आठ जवान और एक वाहन चालक शहीद हो गए। इस घटना से नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को अपना निशाना बनाने के लिए एक और हमला किया।

बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए इस विस्फोटक में धमाका इतना शक्तिशाली था कि डीआरजी जवानों की स्कॉर्पियो पूरी तरह से तबाह हो गई और वाहन के परखच्चे उड़ गए। वाहन की छत पास के एक पेड़ में 20 फीट की ऊंचाई पर लटकी मिली, जबकि जवानों के शरीर के अंग 100 मीटर दूर तक बिखरे हुए थे। सड़क पर 10-15 फीट गहरा गड्ढा बन गया था।

इस दौरान नक्सलियों ने सुकमा जिले में भी जवानों को निशाना बनाने के लिए आईईडी प्लांट किया था, लेकिन सुरक्षाबलों ने इसकी सटीक जानकारी लगाते हुए उस ब्लास्ट को नाकाम कर दिया। साथ ही, सुरक्षाबलों ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार भी किया। पकड़े गए नक्सलियों से 15 किलो के दो आईईडी और भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ बरामद किए गए।

इस कार्रवाई को सुरक्षाबलों की साइबर सेल, नक्सल सेल और थाना पोलमपल्ली सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया। पकड़े गए नक्सलियों ने बताया कि उन्होंने दोरनापाल और जगरगुंडा मार्ग पर दो आईईडी प्लांट किए थे, जिनकी पहचान कर उन्हें निष्क्रिय किया गया।

गौरतलब है कि तीन दिन तक चल रहे अभियान के दौरान शनिवार, 4 जनवरी को अबूझमाड़ के जंगलों में डीआरजी और एसटीएफ के जवानों ने मुठभेड़ में पांच वर्दीधारी नक्सलियों को मार गिराया था। इसके बाद रविवार को डीआरजी के जवान सन्नू कारम भी शहीद हो गए थे। अभियान के बाद सोमवार को जवान दूसरे रास्ते से लौट रहे थे, तभी यह बम धमाका हुआ।

सुरक्षाबलों द्वारा लगातार किए गए ऑपरेशनों और ताबड़तोड़ कार्यवाही से नक्सली बौखला गए हैं और इस तरह के हमलों का सहारा ले रहे हैं, लेकिन सुरक्षाबलों की सक्रियता ने नक्सलियों के मंसूबों को विफल कर दिया है।