“आपदा दिल्ली में नहीं, बीजेपी में है”: पीएम मोदी के आरोपों पर केजरीवाल ने किया तीखा पलटवार

दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच जुबानी जंग एक बार फिर चरम पर पहुंच गई है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में झुग्गीवासियों को पक्के घरों की चाबियां सौंपी और अपने भाषण के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर तीखे प्रहार किए। इसके बाद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और उनकी नीतियों एवं कामकाज की जमकर आलोचना की।

प्रधानमंत्री मोदी का बयान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को झुग्गीवासियों को पक्के मकानों की चाबियां सौंपते हुए कहा, “मैंने अपने लिए कभी घर नहीं बनाया। अगर चाहता, तो शीशमहल बना सकता था। मेरे लिए गरीबों का घर बनाना प्राथमिकता है।” मोदी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों से दिल्ली में जैसे एक “आपदा” आ गई है। उन्होंने दिल्ली सरकार पर विकास कार्यों में रुकावट पैदा करने और गरीबों को सशक्त बनाने के केंद्र सरकार के प्रयासों को बाधित करने का आरोप लगाया।

मोदी ने दावा किया कि उनकी सरकार गरीबों और झुग्गीवासियों के लिए लगातार काम कर रही है, लेकिन दिल्ली सरकार ने केंद्र की योजनाओं को लागू करने में गंभीरता नहीं दिखाई। उन्होंने कहा, “दिल्ली सरकार ने झुग्गियों में रहने वालों के लिए कुछ नहीं किया। आयुष्मान योजना से लोगों को जोड़ने में भी यह सरकार नाकाम रही है।”

केजरीवाल का पलटवार

प्रधानमंत्री के बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा, “जो काम करते हैं, वे गालियां नहीं देते। आज पीएम मोदी ने अपने 43 मिनट के भाषण में 39 मिनट तक दिल्ली और इसके लोगों को गालियां दीं। यह बताता है कि बीजेपी के पास एजेंडा और मुद्दों की भारी कमी है।”

केजरीवाल ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में शिक्षा, स्वास्थ्य, और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में जो काम किया है, उसे देश में हर जगह सराहा गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि बीजेपी सरकार ने दिल्ली के लिए पिछले 10 वर्षों में क्या किया। “प्रधानमंत्री ने 3 कॉलेज की नींव रखने में 10 साल लगा दिए, जबकि हमारी सरकार ने इसी अवधि में 22,000 क्लासरूम बनाए।”

केजरीवाल के गंभीर आरोप

केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने झुग्गीवासियों के लिए किए गए अपने वादे पूरे नहीं किए। उन्होंने दावा किया कि 2020 के चुनावों से पहले बीजेपी ने 2022 तक दिल्ली के हर झुग्गीवासी को पक्का मकान देने का वादा किया था, लेकिन अब तक केवल 1,700 लोगों को घर मिल पाए हैं।

केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी ने पिछले कुछ वर्षों में लाखों लोगों को उनकी झुग्गियों से बेदखल कर दिया। “बीजेपी ने 2 लाख 76 हजार से अधिक लोगों को बेघर कर दिया और गरीबों को सड़कों पर छोड़ दिया। ये लोग गरीबों के सबसे बड़े दुश्मन हैं।”

दिल्ली में “आपदा” केजरीवाल की नजर में

प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली में “आपदा” की टिप्पणी का जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा, “आपदा दिल्ली में नहीं, बीजेपी में आई हुई है। उनके पास न तो कोई मुख्यमंत्री का चेहरा है, न ही कोई एजेंडा, और न ही कोई ठोस मुद्दा। बीजेपी केवल नकारात्मक राजनीति और झूठे आरोपों में उलझी हुई है।”

उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में क्राइम की घटनाएं बढ़ रही हैं। “लोग चीख रहे हैं, व्यापारी परेशान हैं, लेकिन गृह मंत्री के पास इन समस्याओं पर ध्यान देने का समय नहीं है।”

बढ़ती राजनीतिक खाई

इस विवाद ने दिल्ली की राजनीति को एक बार फिर गर्म कर दिया है। एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली सरकार पर नाकामी के आरोप लगा रहे हैं, तो दूसरी तरफ केजरीवाल ने केंद्र पर दिल्ली के लिए पर्याप्त काम न करने और झूठे वादे करने का आरोप लगाया है।

सार्वजनिक दृष्टिकोण और भावी रणनीति

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बीच इस वाकयुद्ध ने दिल्लीवासियों का ध्यान एक बार फिर इन मुद्दों पर केंद्रित कर दिया है। झुग्गीवासियों के लिए पक्के मकान देने और शहर में बढ़ते क्राइम जैसे मुद्दे भविष्य के चुनावी समीकरणों में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इस घटना ने आम जनता के लिए यह सवाल खड़ा कर दिया है कि कौन वास्तव में उनके अधिकारों और कल्याण के लिए काम कर रहा है।