“महाराष्ट्र: अभिनेत्री प्राजक्ता माली की शिकायत पर महिला आयोग ने दिया मुंबई पुलिस को कार्रवाई का आदेश”
मुंबई: महाराष्ट्र के बीड जिले के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या ने इलाके में सनसनी फैला दी थी, और इस मामले में भाजपा विधायक सुरेश धास की टिप्पणी को लेकर राजनीतिक व सामाजिक हलकों में विवाद गहरा गया है। 9 दिसंबर को संतोष देशमुख की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी, जब वह एक ऊर्जा फर्म पर कथित जबरन वसूली की कोशिश को विफल करने में सफल हो रहे थे। इस घटना के बाद, भाजपा विधायक धास ने बिना नाम लिए धनंजय मुंडे की आलोचना की थी, और उन्होंने इस पर अभिनेत्री प्राजक्ता माली पर भी कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
प्राजक्ता माली, जो महाराष्ट्र की एक जानी-मानी अभिनेत्री हैं, ने इस टिप्पणी को अपमानजनक बताया और महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई। अभिनेत्री ने आरोप लगाया कि विधायक की टिप्पणी ने उनके व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन को प्रभावित किया, साथ ही सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ अपमानजनक सामग्री प्रसारित की गई। इस पर महिला आयोग ने त्वरित कदम उठाया और मुंबई पुलिस को निर्देश दिए कि वे माली की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करें और रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
प्राजक्ता माली ने अपनी शिकायत में यह आरोप भी लगाया कि विधायक धास ने उनके नाम का इस्तेमाल उनके स्वार्थ के लिए किया है और खासतौर पर केवल महिलाओं को निशाना बनाया गया। माली ने कहा कि पुरुष अभिनेताओं को इस तरह के अपमान का सामना नहीं करना पड़ता, और इसके खिलाफ उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने माफी की मांग की और विधायक द्वारा की गई टिप्पणियों को निराधार और गलत बताया।
इस बीच, इस हत्या के सिलसिले में पुलिस ने कई गिरफ्तारियां की हैं, जिनमें एनसीपी के पूर्व तहसील प्रमुख विष्णु चाटे का नाम भी शामिल है। पुलिस को सूचना मिली है कि वांछित आरोपियों में बीड निवासी वाल्मिक कराड का नाम शामिल है, जो कथित तौर पर एनसीपी मंत्री और परली विधायक धनंजय मुंडे का करीबी सहयोगी बताया जा रहा है।
इस पूरे मामले में राजनीति, समाज और महिलाओं से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दे उठे हैं, जहां एक ओर आरोपी सरपंच की हत्या पर जांच जारी है, वहीं दूसरी ओर विधायक धास की टिप्पणियां और उनके खिलाफ कार्रवाई पर चर्चा हो रही है। महिला आयोग और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जल्दी समाधान की उम्मीद जताई है।