शतरंज चैंपियन डी गुकेश ने प्रधान मंत्री मोदी से की सौजन्य मुलाकात
नई दिल्ली: भारत के शतरंज चैंपियन डी गुकेश के साथ मेरी हाल की बातचीत एक अत्यंत प्रेरणादायक अनुभव रही। गुकेश के साथ गहरी और दिलचस्प चर्चा के दौरान, उनके बारे में एक बात जो मुझे सबसे अधिक प्रभावित करती है, वह है उनका दृढ़ संकल्प और अपार समर्पण। हाल के वर्षों में, मैंने उनके साथ लगातार संपर्क बनाए रखा है और यह देखा है कि उनका आत्मविश्वास और कठिन परिश्रम ही उनकी सफलता की कुंजी बने हैं।
याद है कुछ साल पहले मैंने उनका एक वीडियो देखा था, जिसमें उन्होंने यह कहा था कि वह शतरंज के सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बनेंगे। उस समय यह केवल एक भविष्यवाणी जैसा था, लेकिन आज यही भविष्यवाणी उनके अथक प्रयास और कड़ी मेहनत से हकीकत बन चुकी है।
गुकेश का यह आत्मविश्वास सिर्फ उनके खेल में ही नहीं, बल्कि जीवन के प्रत्येक पहलू में दिखाई देता है। उनका समर्पण और मानसिक दृढ़ता उन्हें न केवल भारतीय शतरंज जगत, बल्कि वैश्विक शतरंज मंच पर भी एक खास पहचान दिला चुकी है। उनकी यात्रा से बहुत कुछ सीखने को मिलता है, खासकर युवा खिलाड़ियों के लिए, जो शतरंज के क्षेत्र में अपने सपनों को साकार करने का हौसला रखते हैं