मुख्यमंत्री साय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित सुंदरलाल शर्मा की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की
रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, विष्णुदेव साय, ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाज सुधारक और प्रसिद्ध साहित्यकार स्व. पंडित सुंदरलाल शर्मा की पुण्यतिथि 28 दिसंबर को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने पंडित सुंदरलाल शर्मा के योगदान को याद करते हुए कहा कि वह छत्तीसगढ़ में जन जागरूकता और सामाजिक क्रांति के महान अग्रदूत थे। उनके संघर्ष और प्रेरणा से छत्तीसगढ़ की जन-जन में समृद्धि, शिक्षा और सामाजिक बदलाव की लहर आई।
पंडित सुंदरलाल शर्मा का योगदान केवल समाज सुधार के क्षेत्र तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने किसानों के अधिकारों के लिए भी लड़ाई लड़ी। खासतौर पर कंडेल सत्याग्रह का संचालन कर उन्होंने उन किसानों के लिए आवाज़ उठाई, जिन्हें अपनी मेहनत की उचित पहचान और अधिकार नहीं मिल पा रहे थे। इसके अलावा, उन्होंने समाज में व्याप्त अंधविश्वास, छुआ-छूत और रूढ़िवाद जैसी कुरीतियों के खिलाफ व्यापक स्तर पर जागरूकता फैलाने के लिए कई प्रयास किए।
उनके विचार और कार्य आज भी छत्तीसगढ़वासियों के लिए एक अमूल्य धरोहर हैं। पंडित सुंदरलाल शर्मा ने हमेशा हमें यह सिखाया कि किसी भी समाज में सामाजिक समानता, शिक्षा और मानवाधिकार का सम्मान किया जाना चाहिए। उनका जीवन हमें न केवल राष्ट्र की सेवा में लगे रहने की प्रेरणा देता है, बल्कि समाज की बेहतरी के लिए लगातार संघर्ष करने की शक्ति भी प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में पंडित सुंदरलाल शर्मा के अमूल्य योगदान को याद करते हुए यह भी कहा कि उनके विचार हमें आज भी प्रेरित करते हैं, और उनका जीवन आदर्श के रूप में सदैव हमारे सामने रहेगा।