“प्रधानमंत्री मोदी ने खजुराहो में केन-बेतवा नदी लिंक परियोजना की आधारशिला रखी, 65 लाख लोगों को मिलेगा स्वच्छ पानी”

खजुराहो:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर को मध्य प्रदेश के खजुराहो में अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर केन-बेतवा नदी लिंक परियोजना की आधारशिला रखी, जो नदी जोड़ो नीति के तहत भारत की पहली बड़ी पहल है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में पानी की उपलब्धता बढ़ाना है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां पानी की भारी किल्लत है। परियोजना के तहत मध्य प्रदेश के 10 जिलों और उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लगभग 65 लाख लोगों को पीने के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। परियोजना के लिए अनुमानित लागत 44,605 करोड़ रुपये है और यह क्षेत्रीय जल संकट को हल करने के उद्देश्य से बनाई जा रही है।

पीएम मोदी ने इस मौके पर अपने भाषण में, एक तरफ जहां नदी जोड़ो पहल को महत्वपूर्ण कदम बताया, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी और अन्य विपक्षी दलों की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि 75 वर्षों की आजादी में जहां भी बीजेपी को सेवा का अवसर मिला, वहां प्रदेश और देश ने उन्नति की है। मोदी ने यह भी आग्रह किया कि आने वाले समय में विकास, जनहित और सुशासन के विभिन्न पैरामीटर तय करके सरकारों का परफॉरमेंस देखा जाना चाहिए।

इस परियोजना से न केवल पीने के पानी का संकट हल होगा, बल्कि इसके माध्यम से 2,000 से अधिक गांवों में करीब 7.18 लाख किसान परिवारों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा। साथ ही इस परियोजना से 103 मेगावाट बिजली और 27 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन भी संभव होगा, जो क्षेत्र के ऊर्जा संकट को कुछ हद तक दूर करेगा।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस परियोजना को एक ऐतिहासिक कदम और बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना राज्य की छवि को सशक्त बनाएगी और इसे राष्ट्रीय जल संचयन के एक नए उदाहरण के रूप में देखा जाएगा। उप्र के मुख्यमंत्री ने इसे केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और किसानों के बीच अद्वितीय सहयोग का प्रतीक बताया।

अर्थव्यवस्था में बदलाव और रोजगार सृजन पर भी ध्यान केंद्रित करते हुए, यह परियोजना बुंदेलखंड क्षेत्र में सामाजिक और आर्थिक विकास को बल देगी। इससे पर्यटन में वृद्धि होगी, और नई रोजगार संभावनाएं भी उत्पन्न होंगी, खासकर सिंचाई और जल आपूर्ति क्षेत्र में।