पंडवानी की प्रख्यात गायिका पद्मश्री तीजन बाई को 9 माह से नहीं मिला पेंशन आर्थिक समस्या से जूझ रहा परिवार….

 दुर्ग |   पूरे विश्व में पंडवानी को पहचान दिलाने वाली दुर्ग जिले की गनियारी ग्राम में रहने वाले डॉक्टर पद्मश्री तीजन बाई इस समय अपनी लंबी बीमारी से जूझ रही हैं है जिनके पास अब इलाज के लिए भी पैसे नहीं रह गए हैं उनके इलाज के लिए सहायता राशि हेतु उनके परिजन आज दुर्ग जिला कलेक्टर के पास ज्ञापन लेकर पहुंचे हुए थे।

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ का गौरव रही दुर्ग जिले की रहने वाली डॉक्टर पद्मश्री तीजन बाई अब स्वास्थ्यगत कारणो से लंबे समय से अब बिस्तर पर आ गई है। जो कि भिलाई स्टील प्लांट की कर्मचारी थी कुछ समय पहले रिटायरमेंट के बाद अपने गृह ग्राम गनियारी में रहने चली गई और उसके कुछ समय बाद कोरोना काल में उनके पुत्र सहित पति की मृत्यु के बाद उनको भी लकवा की शिकायत हो गई।

जिससे पिछले एक महीने से वह कुछ बोलने की स्थिति में नहीं और लंबे समय से अपनी बीमारियों से जूझने के बाद बिस्तर पर जीवन के दिन जीवन काट रही है इसी बीच अब उनके सामने जीवन यापन की भी समस्या खड़ी हो गई है और दूसरी सबसे गौर करने वाली बात है कि जिला प्रशासन एवं सरकारी मदद के नाम पर मिलने वाली पेंशन भी उन्हें 8 महीने से प्राप्त नहीं हो रही है जिससे उनके परिजन उनका समुचित इलाज नहीं कर पा रहे हैं इस संबंध में कई बार उन लोगों के द्वारा ज्ञापन दिया गया तब मीडिया में मामला उछल जाने के बाद सरकारी सुविधा तो उपलब्ध कुछ दिनों के लिए कराई जाती है लेकिन उसके बाद फिर वह बंद कर दी जाती है और वर्तमान में हम आज की बात करें जो उनको सरकार द्वारा आर्थिक मदद की गुहार सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर आज कलेक्टर से उनके परिजनों द्वारा मुलाकात की गई।

वही इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनके संज्ञान में आने के बाद कहा कि बुढ़ापे में इस तरीके से तीजन बाई को इलाज की समुचित व्यवस्था न हो पाना राज्य सरकार सहित केंद्र की नाकामी को दर्शाता है जिन्होंने पूरे विश्व में पंडवानी को पहचान दिलाई उनका इलाज ना हो पाना कहीं ना कहीं राज्य सरकार के नाकामी है ।