अल्पकालीन प्रवास: विशेष विमान से रायपुर आएंगे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद, भक्तों में उत्साह
रायपुर : कल, 4 दिसंबर को जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज का अल्पकालीन रायपुर प्रवास होगा, जिसे लेकर भक्तों में उत्साह की लहर है। उनके आगमन को लेकर पूरे शहर में धार्मिक माहौल बना हुआ है। शंकराचार्य जी विशेष विमान से प्रातः 11:00 बजे रायपुर विमानतल पर पहुंचेंगे, जहां ढोल-नगाड़ों और भक्ति गीतों के साथ सैकड़ों श्रद्धालु उनका भव्य स्वागत करेंगे।
आश्रम में पूजन और आशीर्वचन
विमानतल से शंकराचार्य जी सीधे बोरियाकला स्थित श्री शंकराचार्य आश्रम प्रस्थान करेंगे। वहां वे माता राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी के दर्शन और पूजन करेंगे। पूजन के बाद वे भक्तों को आशीर्वचन देंगे। यह कार्यक्रम आश्रम के भव्य वातावरण में संपन्न होगा, जहां श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा और मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
शगुन फार्म हाउस में विशेष समारोह
आश्रम में कार्यक्रम समाप्त होने के बाद शंकराचार्य जी दोपहर 12:00 बजे फुल्हड़ के शगुन फार्म हाउस पहुंचेंगे। यहां एक विशेष समारोह आयोजित किया गया है, जिसमें वे भक्तों को प्रेरणादायक संदेश देंगे। इस दौरान स्थानीय समुदाय और भक्तों के साथ उनका आत्मीय संवाद होगा।
राज्य अतिथि और सुरक्षा प्रबंध
छत्तीसगढ़ सरकार ने शंकराचार्य जी को “राज्य अतिथि” का सम्मान दिया है, जो उनकी विशिष्ट आध्यात्मिक पहचान को दर्शाता है। इसके साथ ही, मध्यप्रदेश सरकार के आदेशानुसार उन्हें “Y” श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। उनके प्रवास को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है।
महाराष्ट्र के लिए प्रस्थान
अपने रायपुर प्रवास के उपरांत, शंकराचार्य जी दोपहर 2:00 बजे विशेष विमान से महाराष्ट्र के नांदेड़ के लिए प्रस्थान करेंगे। उनका यह अल्पकालीन प्रवास रायपुर के भक्तों के लिए एक अद्भुत और आध्यात्मिक अनुभव लेकर आया है।
भक्तों में उत्साह और श्रद्धा का माहौल
शंकराचार्य जी के आगमन को लेकर भक्तों में उत्साह का माहौल है। उनके स्वागत और दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे। इस प्रवास से रायपुर की धरती पर एक पवित्र और प्रेरणादायक वातावरण निर्मित हुआ है, जो यहां के नागरिकों के लिए हमेशा स्मरणीय रहेगा।
शंकराचार्य जी का यह प्रवास उनके आध्यात्मिक प्रभाव और प्रेरणा को और अधिक मजबूत करेगा, जो आने वाले समय में समाज के विकास और उत्थान के लिए मार्गदर्शक साबित होगा।