जमीन के लालच में रिश्तों का कत्ल, मासूम पर टूटा चाचा का कहर
बिहार के बाढ़ थाना क्षेत्र के हासनचक गांव में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है, जहां भूमि विवाद के चलते चंद रुपए के लिए रिश्तों की सारी हदें पार कर दी गईं। इस घटना में चाचा ने अपने 7 वर्षीय मासूम भतीजे को छत से फेंककर गंभीर रूप से घायल कर दिया। मासूम मनीष कुमार अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है, और डॉक्टरों की टीम उसकी जान बचाने के लिए प्रयास कर रही है।
झगड़े की वजह: जमीन और मुआवजे का विवाद
घटना के पीछे जमीन का पुराना विवाद बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, संजय यादव और उनके भाई शंभू यादव के बीच पहले ही जमीन का बंटवारा हो चुका था। बंटवारे के बाद, उक्त जमीन का कुछ हिस्सा फोरलेन सड़क योजना के तहत अधिग्रहित हो गया, जिसके लिए मुआवजा मिला। मुआवजे के इस हिस्से पर दोनों भाइयों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसी विवाद ने शनिवार को भयंकर रूप ले लिया।
मासूम पर हमला: छत से फेंकने की दर्दनाक घटना
शनिवार को हुए विवाद के दौरान, शंभू यादव और उनकी पत्नी मुनिया देवी ने संजय यादव के 7 वर्षीय बेटे मनीष कुमार पर हमला कर दिया। मनीष को बेरहमी से छत से नीचे फेंक दिया गया। मनीष जान बचाने के लिए रहम की भीख मांगता रहा, लेकिन निर्दयी चाचा और चाची ने उसकी एक न सुनी। छत से गिरने के बाद मनीष गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
बहन भी बनी हिंसा का शिकार
जब मनीष की बहन शिवानी अपने भाई को बचाने के लिए आगे आई, तो चाचा और चाची ने उस पर भी हमला कर दिया। बेरहम चाचा-चाची ने शिवानी के साथ मारपीट की, जिससे वह भी घायल हो गई।
पुलिस ने तेज की कार्रवाई
इस घटना के बाद संजय यादव ने बाढ़ थाने में अपने भाई शंभू यादव और उनकी पत्नी मुनिया देवी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बाढ़ थाने के प्रभारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी की धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है और मामले की गहन जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
यह घटना न केवल एक पारिवारिक विवाद की परिणति है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि पैसे और संपत्ति के लिए रिश्तों की अहमियत को अनदेखा करना कितनी बड़ी त्रासदी को जन्म दे सकता है। मासूम मनीष और उसकी बहन पर हुए हमले ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। रिश्तों में भरोसे और समझदारी की कमी कैसे गंभीर अपराध का रूप ले सकती है, यह घटना इसका दुखद उदाहरण है।
जांच और कानूनी प्रक्रिया से यह उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को सजा मिलेगी और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा। साथ ही, यह घटना समाज को रिश्तों और संवेदनाओं का महत्व समझाने का सबक बनेगी।