“घाटकोपर स्टेशन पर ट्रेन सीट को लेकर झगड़ा: 16 वर्षीय किशोर ने चाकू से हमला कर 35 वर्षीय अंकुश की हत्या की”
मुंबई: मुंबई के घाटकोपर स्टेशन पर 15 नवंबर को एक चौंकाने वाली घटना घटी, जब 16 वर्षीय किशोर ने 35 वर्षीय अंकुश भालेराव पर ट्रेन में सीट को लेकर हुए झगड़े के बाद चाकू से हमला कर दिया, जिससे भालेराव की मौत हो गई। यह मामला न केवल एक साधारण सीट विवाद का परिणाम था, बल्कि यह एक हिंसक संघर्ष में बदल गया, जिसने एक व्यक्ति की जान ले ली और एक किशोर को अपराधी बना दिया।
घटना की शुरुआत 14 नवंबर को हुई, जब अंकुश भालेराव और उसके दो दोस्तों ने नाबालिग किशोर के साथ ट्रेन में सीट को लेकर झगड़ा किया था। इस झगड़े के दौरान किशोर ने भालेराव को जान से मारने की धमकी दी थी। अगले दिन, किशोर ने अपने खतरे को साकार करते हुए टिटवाला से एक ट्रेन में चढ़ा और घाटकोपर स्टेशन पर पहुंचने के बाद भालेराव का इंतजार किया। लगभग 10 बजे जब भालेराव उस शराब की दुकान की ओर बढ़ रहा था, जहां वह काम करता था, आरोपी ने चुपके से उसका पीछा किया और पीछे से उस पर चाकू से हमला कर दिया।
इस हमले में भालेराव गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे तुरंत राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में चिकित्सकों ने बताया कि भालेराव का लीवर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था, और इलाज के बावजूद वह जीवन की लड़ाई हार गया। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की और एक तस्वीर के आधार पर आरोपी की पहचान की। हत्या के दो दिन बाद, आरोपी को टिटवाला से गिरफ्तार कर लिया गया।
इसके अलावा, पुलिस ने आरोपी के बड़े भाई, 25 वर्षीय मोहम्मद सनाउल्लाह को भी गिरफ्तार किया है। मोहम्मद पर आरोप है कि उसने अपने भाई के चाकू को छिपाने और उसे पकड़ने से बचाने में मदद की। यह मामला एक छोटे से झगड़े का खतरनाक परिणाम बनकर सामने आया, जो न केवल एक परिवार के लिए दुख की बात है, बल्कि मुंबई में सार्वजनिक स्थानों पर होने वाली हिंसा और अपराधों के प्रति समाज की संवेदनशीलता पर भी सवाल खड़ा करता है।
यह घटना रेलवे सुरक्षा की खामियों और सार्वजनिक जगहों पर बढ़ती हिंसा को लेकर एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और यह उम्मीद की जा रही है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
