“Pat Cummins ने भारत को चेतावनी देते हुए किया युवा स्टार के भविष्य को लेकर साहसिक भविष्यवाणी”

India and Australia :  भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 नवंबर, 2024 से पर्थ में शुरू होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को लेकर दोनों देशों में गजब का उत्साह है। भारतीय टीम हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप करते हुए बेहतरीन फॉर्म में दिखी है, जिससे इस पांच मैचों की टेस्ट सीरीज को लेकर फैंस के बीच काफी उम्मीदें हैं। वहीं, ऑस्ट्रेलिया की टीम भी अपनी बेहतरी साबित करने के लिए मैदान में उतरेगी, लेकिन इस सीरीज में एक नया चेहरा भी मैदान पर होगा – 25 वर्षीय नाथन मैकस्वीनी।

IND vs AUS: Pat Cummins wary of Indian challenge in BGT, makes special mention for SRH teammate before Perth Test | Mint

मैकस्वीनी, जो इस साल की शुरुआत में डेविड वार्नर के संन्यास के बाद खाली हुई सलामी बल्लेबाज की पोजीशन पर कदम रखेंगे, अब अपने करियर की पहली बड़ी टेस्ट सीरीज का हिस्सा हैं। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में रचनात्मकता और स्थिरता का प्रदर्शन किया है, लेकिन इस बार उनके लिए चुनौती कई गुना बढ़ गई है, क्योंकि वह भारत के खिलाफ खेल रहे हैं, जिनकी गेंदबाजी दुनिया की सबसे मजबूत मानी जाती है।

ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने नाथन को एक खास सलाह दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि मैकस्वीनी को अपनी स्वाभाविक बल्लेबाजी शैली पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और अपने पूर्ववर्ती दिग्गज डेविड वार्नर की नकल करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। कमिंस ने इस युवा खिलाड़ी को आत्मविश्वास के साथ अपने खेल पर ध्यान देने की सलाह दी है, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में आत्मविश्वास की भूमिका अहम होती है, और हर खिलाड़ी का अपना अलग तरीका होता है।

मैकस्वीनी, जो घरेलू क्रिकेट में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं, ऑस्ट्रेलिया की टीम में नियमित ओपनर के रूप में चुने गए हैं, जबकि वह खुद इस पोजीशन के विशेषज्ञ नहीं माने जाते हैं। हालांकि, उन्होंने हाल ही में भारत ए के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया, जिससे उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ा है। अब वह भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में अपनी चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं, जहां वह अनुभवी सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा के साथ ओपनिंग करेंगे।

इस युवा बल्लेबाज का सामना ऑस्ट्रेलिया के नेट्स में टेस्ट क्रिकेट के दिग्गज गेंदबाजों – पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड की तिकड़ी से हुआ, और उन्होंने इनमें से किसी भी गेंदबाज को दबाव में नहीं आने दिया। उनके द्वारा दिखाए गए शांत और नियंत्रित खेल ने उनके चयन को सही ठहराया है।

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अब तक के सभी मुकाबले हमेशा से ही कड़ी प्रतिस्पर्धा और रोमांच से भरे रहे हैं, और इस बार नाथन मैकस्वीनी के प्रदर्शन पर भी सबकी नजरें टिकी होंगी। भारतीय टीम को चुनौती देने के लिए ऑस्ट्रेलिया की युवा टीम का प्रदर्शन महत्वपूर्ण रहेगा, और मैकस्वीनी की भूमिका इस टेस्ट सीरीज के लिए बेहद अहम साबित हो सकती है।