कपिल शर्मा के शो के खिलाफ कानूनी कार्रवाई, बांगलादेशी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप
‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ : कॉमेडी किंग कपिल शर्मा का शो ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ इन दिनों नेटफ्लिक्स पर प्रसारित हो रहा है, लेकिन अब यह विवादों में घिरता हुआ नजर आ रहा है। शो को लेकर बंगाली समुदाय ने कड़ी आपत्ति जताई है, जिसके बाद शो को कानूनी नोटिस भेजा गया है। आरोप है कि शो में बंगालियों की धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है और दिवंगत नोबेल पुरस्कार विजेता कवि रवींद्रनाथ टैगोर की छवि को नुकसान पहुँचाया गया है।
यह कानूनी नोटिस बोंगो भाषी महासभा फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. मंडल की तरफ से भेजा गया है। नोटिस में दावा किया गया है कि शो में टैगोर के काम और उनके योगदान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है, जिससे ना सिर्फ भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर बंगाली समुदाय के धार्मिक और सांस्कृतिक सम्मान को ठेस पहुँची है। डॉ. मंडल के कानूनी सलाहकार नृपेंद्र कृष्ण रॉय के माध्यम से भेजे गए इस नोटिस में यह भी कहा गया है कि शो की सामग्री बंगालियों की भावनाओं को आहत करती है, जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
शो के निर्माताओं ने इस नोटिस का जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य कभी भी रवींद्रनाथ टैगोर की विरासत या किसी समुदाय की भावनाओं को आहत करने का नहीं था। निर्माताओं का कहना था कि ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ एक हास्य और मनोरंजन का कार्यक्रम है, और यह केवल पैरोडी और काल्पनिक तरीके से पेश किया जाता है। शो का मकसद किसी भी विशिष्ट व्यक्ति या समुदाय को अपमानित करना नहीं है, बल्कि केवल दर्शकों को हंसी और मनोरंजन प्रदान करना है।
इस बीच, यह अफवाह भी फैल गई थी कि सलमान खान के प्रोडक्शन हाउस को भी इस शो के लिए कानूनी नोटिस मिला है। हालांकि, सलमान खान की टीम ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि उनका प्रोडक्शन हाउस ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ से किसी भी प्रकार से जुड़ा नहीं है। सलमान की कानूनी टीम ने एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स में जो जानकारी दी जा रही है, वह गलत है और उनका प्रोडक्शन हाउस इस शो से जुड़े होने के कारण कानूनी नोटिस से प्रभावित नहीं होगा।
यह मामला अब और भी जटिल होता जा रहा है, क्योंकि यह ना केवल मनोरंजन के क्षेत्र में एक विवाद की ओर इशारा कर रहा है, बल्कि यह बंगाली समुदाय की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान के लिए एक गंभीर मुद्दा बन चुका है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस कानूनी विवाद का क्या परिणाम निकलता है और क्या शो के निर्माताओं को किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।