जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में खून की भारी कमी, मरीजों को हो रही परेशानी

कोरिया |   बैकुंठपुर जिले के सरकारी अस्पताल के 300 यूनिट क्षमता वाले ब्लड बैंक में खून की भारी कमी हो गई है। वर्तमान में ब्लड बैंक में केवल 4 यूनिट ब्लड बचा हुआ है, जबकि रोजाना लगभग 10 यूनिट खून की आवश्यकता होती है। रक्तदान में समाजसेवियों और युवाओं की उदासीनता के कारण यह संकट उत्पन्न हुआ है, जिससे मरीजों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

जानकारी के अनुसार, जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में एक महीने में करीब 450 यूनिट खून की आवश्यकता होती है, लेकिन रक्तदान करने के लिए लोग नहीं आ रहे हैं। शिविरों के दौरान भी, कुछ दिन के लिए ब्लड बैंक में 30 से 40 यूनिट खून जमा हो पाता है, जो जल्दी खत्म हो जाता है।

ब्लड की कमी के कारण सड़क हादसों में घायल, सिकलिंग रोगी, प्रसूताएं, सर्जरी और अन्य गंभीर मामलों के लिए ब्लड उपलब्ध कराना मुश्किल हो रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि यह स्थिति इमरजेंसी के दौरान और भी विकट हो सकती है, जिससे ऑपरेशन और इलाज में गंभीर रुकावट आ रही है।

खून की कमी के कारण कई मरीजों को अंबिकापुर या बिलासपुर जैसे दूर-दराज के अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है। हालांकि, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस स्थिति से निपटने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं, जबकि रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने की सख्त आवश्यकता है।

सीएमएचओ प्रशांत सिंह ने बताया कि ब्लड बैंक में ब्लड की कमी को लेकर जो समस्या सामने आ रही है उसे दूर करने के लिए लगातार कैंप लगवा रहे हैं। कोशिश कर रहे हैं कि यह समस्या न रहे। रेड क्रॉस सोसाइटी, युवा मोर्चा ने भी रक्तदान किया है। अन्य समाजसेवी संस्था से भी अनुरोध है कि वे ज्यादा से ज्यादा रक्तदान करें जिससे यह समस्या न रहे।