महादेव घाट में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में छठ पूजा की भव्यता, व्रति कर रहे सूर्य देव की पूजा
रायपुर : छठ पूजा का आयोजन इस समय पूरे देशभर में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जा रहा है, जिसमें विशेष रूप से छत्तीसगढ़ राज्य में इसका उल्लास चरम पर है। 4 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व के तीसरे दिन, व्रति डूबते सूर्य को अर्घ्य दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा, राजनांदगांव सहित कई जिलों में छठ घाटों पर व्रति सूर्य देव की उपासना में व्यस्त हैं, जो इस अवसर पर अपने समर्पण और श्रद्धा के साथ सूर्य की पूजा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय महादेव घाट में आयोजित पूजा में शामिल हो रहे हैं, जहां प्रदेशभर के लोग आस्था और विश्वास के साथ सूर्य देवता को अर्घ्य अर्पित कर रहे हैं। यह समय व्रतियों के लिए विशेष होता है, जब वे सूर्य के अस्त होते समय घाटों पर पहुंचकर सूर्य देव को जल अर्पित करते हैं। शुक्रवार की सुबह उगते सूर्य की पूजा के बाद छठ व्रति 36 घंटे का कठिन उपवास पूरा करेंगे, जो छठ पर्व का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
इससे पहले, बुधवार को सूर्योपासना के दूसरे दिन व्रतियों के घरों में खरना का आयोजन हुआ। इस दिन व्रति गन्ने का रस और गुड़ से बनी खीर और रोटी का प्रसाद छठ मैया को अर्पित करते हैं। व्रति मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी जलाकर खीर और रोटी तैयार करते हैं और फिर रोटी पर घी लगाकर उसे छठ मैया को भोग अर्पित करते हैं। इस भोग के बाद, यह प्रसाद पूरे घर और समुदाय में वितरित किया जाता है, जिसे लोग आस्था और श्रद्धा के साथ ग्रहण करते हैं।
इस दौरान, पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में एक अद्भुत दृश्य देखने को मिल रहा है, जहां लोग आपसी भेदभाव और धार्मिक सीमाओं से ऊपर उठकर एकजुट होकर इस पर्व की धूमधाम से पूजा अर्चना कर रहे हैं। छठ पूजा न केवल सूर्य देव की पूजा है, बल्कि यह आत्मनिर्भरता, परिवार की खुशहाली और समाज की समृद्धि का प्रतीक भी मानी जाती है।