पश्चिम बंगाल में चुनावी हलचल: टीएमसी ने अमित शाह पर लगाया आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप
पश्चिम बंगाल : पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाया है कि उन्होंने राज्य में हाल ही में आयोजित एक आधिकारिक समारोह के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया। टीएमसी ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि वह शाह के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करे, विशेष रूप से उन टिप्पणियों के लिए जो उन्होंने 27 अक्टूबर को उत्तर 24 परगना के पेट्रापोल में एकीकृत चेक पोस्ट और यात्री टर्मिनल के उद्घाटन समारोह में की थीं। पार्टी का कहना है कि इस समारोह में अमित शाह ने राजनीतिक बयान दिए, जो उपचुनाव से पहले की स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं।
टीएमसी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह शाह और अन्य भाजपा नेताओं को उपचुनाव वाले जिलों में आधिकारिक कार्यक्रमों में राजनीतिक टिप्पणियों से रोकने के लिए उचित निर्देश जारी करे। पार्टी का आरोप है कि अमित शाह ने जानबूझकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया, जब उन्होंने उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धताओं को लेकर राजनीति की। उन्होंने कहा कि 2026 के विधानसभा चुनावों में बदलाव लाने की अपील करते हुए, शाह ने घुसपैठ और शांति सुनिश्चित करने का वादा किया।
इस बीच, पश्चिम बंगाल में 13 नवंबर को होने वाले उपचुनावों के लिए राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। यह उपचुनाव छह विधानसभा सीटों पर होंगे, जिनमें कूचबिहार के सीताई, अलीपुरद्वार के मदारीहाट, उत्तर 24 परगना के नैहाटी और हरोआ, पश्चिम मेदिनीपुर के मेदिनीपुर और बांकुरा के तालडांगरा शामिल हैं। ये उपचुनाव मौजूदा विधायकों के इस्तीफे के कारण हो रहे हैं, जो हाल के लोकसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद हुआ।
टीएमसी की यह मांग राजनीतिक माहौल को और गर्मा देती है, खासकर जब बंगाल में चुनावी गतिविधियाँ अपने चरम पर हैं। पार्टी का यह कदम यह दर्शाता है कि वह अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और किसी भी तरह के आचार संहिता उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेगी।
