IND vs NZ मुंबई टेस्ट: सम्मान बचाने की कोशिश में टीम इंडिया, जानें कैसे पिच करेगी खेल में अहम भूमिका

IND vs NZ:  न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले दो मुकाबले हारने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के सामने अब प्रतिष्ठा बचाने की चुनौती है। बेंगलुरु में हुए पहले टेस्ट में भारतीय टीम सीम गेंदबाजी के आगे संघर्ष करती दिखी, जबकि पुणे में खेले गए दूसरे टेस्ट में स्पिनर्स के सामने कमजोर साबित हुई। मिशेल सैंटनर ने अपनी शानदार गेंदबाजी से टीम इंडिया की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया, जिससे भारत के ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर की 11 विकेटों की मेहनत भी बेअसर हो गई। सैंटनर के इस प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम पुणे में न्यूज़ीलैंड के स्पिन अटैक का पूरी तरह से शिकार बनी, जिससे अब टीम इंडिया का लक्ष्य आखिरी टेस्ट मैच में जीत हासिल कर वाइटवॉश की शर्मिंदगी से बचना है।

मुंबई के वानखेड़े की पिच: क्या देगी स्पिनर्स या पेसर्स को मौका?

वानखेड़े स्टेडियम में सीरीज का आखिरी टेस्ट खेला जाएगा, जो भारत के लिए जीत का मौका तो है, पर आसान नहीं होगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, वानखेड़े की पिच रैंक टर्नर नहीं होगी, बल्कि इसे एक स्पोर्टिंग पिच माना जा रहा है, जो पहले दिन तेज गेंदबाजों को थोड़ी मदद देगी और धीरे-धीरे स्पिनर्स के लिए भी अनुकूल होती जाएगी। कहा जा रहा है कि पिच पर कुछ घास बनी रहेगी, जो तेज गेंदबाजों को शुरुआती फायदा देगी। दूसरे दिन से स्पिनर्स को पिच से मदद मिलने की संभावना है, जिससे दोनों टीमों के गेंदबाजों के लिए यह एक दिलचस्प मुकाबला बन सकता है।

सीरीज में लगातार हार का सिलसिला

न्यूजीलैंड के हाथों घरेलू मैदान पर यह हार भारत के लिए पिछले 12 सालों में पहली घरेलू टेस्ट सीरीज हार है। इस हार के साथ ही भारतीय टीम का लगातार 18 सीरीज में न हारने का रिकॉर्ड भी टूट गया। न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने इस उपलब्धि के साथ इतिहास रच दिया, क्योंकि वह भारत में टेस्ट सीरीज जीतने वाले पहले कीवी कप्तान बन गए हैं।

टीम इंडिया को अब वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के पॉइंट्स टेबल में अपनी जगह बनाए रखने के लिए इस मैच को हर हाल में जीतना होगा।