धनतेरस 2024: विशेष पर्व पर समृद्धि, स्वास्थ्य और सुख-शांति के लिए करें ये पवित्र उपाय

धनतेरस, का पर्व हर साल दीपावली से पहले मनाया जाता है और इसका विशेष महत्व धन, स्वास्थ्य, और समृद्धि की प्राप्ति से जुड़ा होता है। इस शुभ दिन को ‘धन त्रयोदशी’ भी कहा जाता है और यह दिन विशेष रूप से माता लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की कृपा प्राप्त करने के लिए उपयुक्त माना गया है। इस पर्व पर लोग सोना, चांदी, बर्तन और अन्य धातुओं की वस्तुएं खरीदते हैं, ताकि माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त हो और घर में स्थायी समृद्धि और सकारात्मकता का वास हो। यहां कुछ पारंपरिक उपाय दिए गए हैं, जो धनतेरस के दिन आपके जीवन में उन्नति और खुशहाली लाने में सहायक माने जाते हैं।

1. भगवान धन्वंतरि का पूजन

धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि का पूजन विशेष रूप से स्वास्थ्य और दीर्घायु की प्राप्ति के लिए लाभकारी माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, जिससे वे स्वास्थ्य और आयु के देवता माने गए हैं। इस दिन सुबह भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर, फूल चढ़ाकर, और “ॐ धन्वंतरये नमः” मंत्र का जाप करना अत्यंत शुभ होता है। ऐसा करने से व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है और स्वास्थ्य लाभ होता है। इस उपाय को अपनाकर स्वास्थ्य की रक्षा और जीवन में दीर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।

2. माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए घर में दीप जलाएं

धनतेरस की शाम को मुख्य दरवाजे और पूरे घर में दीप जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। मुख्य दरवाजे पर दीया जलाने से यह माना जाता है कि माता लक्ष्मी का प्रवेश घर में होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसी के साथ, घर के सभी कोनों में दीप जलाने से कोई भी स्थान अंधेरे में नहीं रहता और इससे घर में सुख-समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है। यह उपाय खासतौर से परिवार की भौतिक और मानसिक उन्नति के लिए किया जाता है। यदि संभव हो तो इन दीपों में तिल के तेल का उपयोग करें, इसे विशेष रूप से शुभ और माता लक्ष्मी को प्रिय माना जाता है।

3. भगवान कुबेर का पूजन

धनतेरस पर धन के देवता भगवान कुबेर की पूजा करना अत्यंत लाभकारी माना गया है। भगवान कुबेर की कृपा से व्यक्ति के आर्थिक हालात मजबूत होते हैं और आर्थिक स्थिरता आती है। इस दिन कुबेर पूजन के लिए उनकी प्रतिमा या चित्र के सामने घी का दीपक जलाएं, अक्षत, फूल, और मिठाई अर्पित करें। फिर “ॐ कुबेराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। इस उपाय से व्यक्ति के जीवन में धन की कभी कमी नहीं होती और वित्तीय समृद्धि बनी रहती है। माना जाता है कि इस पूजन से व्यक्ति को सभी प्रकार के आर्थिक संकटों से मुक्ति मिलती है।

4. नए बर्तन और धातु की चीजों की खरीदारी

धनतेरस पर सोना, चांदी, बर्तन, या अन्य धातुओं से बनी वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन धातु की खरीदी हुई वस्तुएं माता लक्ष्मी के घर आगमन का प्रतीक होती हैं और समृद्धि का वास घर में होता है। बर्तन, खासतौर से चांदी का, खरीदने का विशेष महत्व है। इस चांदी के बर्तन को लक्ष्मी पूजन में शामिल करने से व्यक्ति के घर में पूरे साल आर्थिक वृद्धि और स्थिरता बनी रहती है। इस परंपरा को निभाने से परिवार में धन-धान्य का प्रवाह बना रहता है और घर में बरकत होती है।

5. धनतेरस पर झाड़ू खरीदें

धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना भी शुभ माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, झाड़ू को घर में शुभता लाने और दरिद्रता को दूर करने का प्रतीक माना गया है। यह लक्ष्मी का प्रतीक मानी जाती है और इसे घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। धनतेरस पर खरीदी गई झाड़ू को अगले दिन से ही उपयोग में लाना चाहिए ताकि इससे घर में सुख-समृद्धि का वास हो और दरिद्रता दूर हो। यह एक ऐसा उपाय है जिसे घर की सफाई और आर्थिक स्थिरता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।

धनतेरस के दिन इन उपायों को करने से न केवल घर में समृद्धि आती है बल्कि स्वास्थ्य, सुख-शांति, और आर्थिक स्थिरता का संचार होता है। यह दिन अपने परिवार के लिए सकारात्मकता और सुखद भविष्य की नींव रखने का अवसर है।