“एग्री कार्निवाल 2024: मुख्यमंत्री साय ने राष्ट्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का किया शुभारंभ, किसानों को सशक्त बनाने पर जोर”
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर पहुंचे, जहां उन्होंने “राष्ट्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी” का शुभारंभ किया। यह महत्वपूर्ण चार दिवसीय आयोजन, जिसे “एग्री कार्निवाल-2024” नाम दिया गया है, 22 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक चलेगा। इस मेले का मुख्य उद्देश्य किसानों को नई तकनीकों, कृषि नवाचारों और आधुनिक कृषि उपकरणों के बारे में जानकारी प्रदान करना है, ताकि वे अपनी कृषि उत्पादकता को और बेहतर बना सकें।
इस उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ के कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी मंत्री, रामविचार नेताम ने की। कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न जिलों से आए किसान, कृषि वैज्ञानिक, कृषि से जुड़े उद्यमी और छात्र बड़ी संख्या में शामिल हुए। यह मेला किसानों को एक ऐसा मंच प्रदान करता है, जहां वे कृषि क्षेत्र में हो रहे नए शोध, उन्नत बीजों और उर्वरकों, आधुनिक सिंचाई प्रणालियों और कृषि उपकरणों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, इस आयोजन में विभिन्न कृषि उत्पादों और उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जो किसानों को अपने कृषि कार्यों को आधुनिक बनाने में मदद करेगी।
एग्री कार्निवाल-2024 का आयोजन न केवल एक मेला है, बल्कि यह एक ऐसा मंच भी है जहां किसानों को उनके उत्पादों के विपणन, प्रसंस्करण और निर्यात के नए अवसरों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। साथ ही, कृषि क्षेत्र में हो रहे बदलावों और नीतियों के बारे में जागरूकता फैलाने का प्रयास भी किया जाएगा। इसके अलावा, इस आयोजन में कृषि विशेषज्ञों द्वारा किसानों को प्रशिक्षण सत्र भी दिए जाएंगे, जिसमें वे अपनी समस्याओं के समाधान और कृषि को और अधिक लाभदायक बनाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि यह मेला किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जहां वे अपने कृषि कौशल को निखार सकते हैं और आधुनिक तकनीकों को अपनाकर अपनी फसल की उत्पादकता बढ़ा सकते हैं। उन्होंने किसानों को इस मेले का अधिक से अधिक लाभ उठाने की सलाह दी और राज्य सरकार की ओर से कृषि क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों को भी रेखांकित किया।
इस आयोजन के दौरान, राज्य के कृषि विभाग और विभिन्न कृषि संगठनों के स्टॉल भी लगाए गए हैं, जहां किसानों को खेती-बाड़ी में उपयोगी जानकारी और सरकारी योजनाओं के बारे में बताया जा रहा है। यह मेला न केवल किसानों के लिए, बल्कि कृषि छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान कर रहा है, ताकि वे अपने ज्ञान को और गहरा कर सकें और कृषि क्षेत्र में नए शोध कर सकें।
आगामी दिनों में इस मेले के दौरान कई महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें किसानों को उनके प्रश्नों का समाधान मिलेगा और उन्हें नए कृषि तरीकों और साधनों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। “राष्ट्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी” इस बात का प्रतीक है कि राज्य सरकार कृषि क्षेत्र के विकास के लिए कितनी प्रतिबद्ध है और वह इसे एक नई दिशा देने के लिए लगातार प्रयासरत है।