विजया रहाटकर बनीं राष्ट्रीय महिला आयोग की नई अध्यक्ष, अर्चना मजूमदार बनीं सदस्य

नई दिल्ली:  विजया रहाटकर को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है, जिससे महिला अधिकारों और सुरक्षा के क्षेत्र में उनके प्रभावशाली योगदान को और अधिक बल मिला है। इस महत्वपूर्ण पद पर उनकी नियुक्ति सामाजिक क्षेत्र में उनके लंबे और उत्कृष्ट कार्यों का परिणाम है। रहाटकर पहले महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रही हैं, जहां उन्होंने महिलाओं के अधिकारों और उनके संरक्षण के लिए कई उल्लेखनीय कदम उठाए थे। उनके नेतृत्व में महाराष्ट्र में महिलाओं के मुद्दों को प्राथमिकता दी गई और कई जागरूकता अभियानों के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा मिला।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में, रहाटकर से उम्मीद की जा रही है कि वे महिलाओं के हितों के लिए न केवल आवाज उठाएंगी, बल्कि उनकी सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने के लिए ठोस नीतियां और कदम उठाएंगी। उनकी भूमिका अब देशभर की महिलाओं की समस्याओं का समाधान निकालने और उनके अधिकारों की रक्षा करने की होगी।

साथ ही, अर्चना मजूमदार को भी राष्ट्रीय महिला आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति आयोग में नई ऊर्जा और दृष्टिकोण लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। मजूमदार के पास सामाजिक मुद्दों पर काम करने का अच्छा अनुभव है, और उनकी नियुक्ति से आयोग की कार्यक्षमता में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।

विजया रहाटकर और अर्चना मजूमदार दोनों ही महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए पहले भी काम कर चुकी हैं। यह नई जिम्मेदारी उन्हें न केवल महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए, बल्कि देशभर में महिलाओं की स्थिति को मजबूत करने के लिए व्यापक स्तर पर काम करने का अवसर प्रदान करेगी। आयोग के इन नए नेतृत्व से महिला सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे क्षेत्रों में नए बदलाव देखने को मिल सकते हैं।