इस सीट बंटवारे के अनुसार, बीजेपी 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि आजसू को 10 सीटें दी गई हैं। जेडीयू को 2 सीटें और लोजपा को 1 सीट पर चुनाव लड़ने का मौका मिला है। एनडीए की इस साझेदारी को झारखंड में सत्ता के समीकरणों को साधने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। इस घोषणा के दौरान बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं शिवराज सिंह चौहान, बाबूलाल मरांडी, हेमंत बिस्वा सरमा और आजसू प्रमुख सुदेश महतो सहित एनडीए के अन्य प्रमुख नेता मौजूद थे।
आजसू पार्टी ने जिन 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की योजना बनाई है, उनमें सिल्ली, गोमिया, पाकुड़, जुगसलाई, ईचागढ़, रामगढ़, मांडू, लोहरदगा, डुमरी और मनोहरपुर शामिल हैं। वहीं, जेडीयू जमशेदपुर पश्चिम और तमाड़ सीट पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी। लोजपा को चतरा सीट मिली है, जहाँ से वह अपने प्रत्याशी उतारेगी।
झारखंड विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को 43 सीटों पर किया जाएगा, जबकि दूसरे चरण में 20 नवंबर को 38 सीटों पर वोटिंग होगी। इसके नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। झारखंड में कुल 2.6 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 1.31 करोड़ पुरुष और 1.29 करोड़ महिलाएं शामिल हैं। इस बार चुनाव में 11 लाख से अधिक नए मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जो चुनावी परिणामों को प्रभावित करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
झारखंड के इस चुनाव में एनडीए गठबंधन का यह सीट बंटवारा राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, क्योंकि हर पार्टी अपने-अपने क्षेत्रों में मजबूत पकड़ बनाने की कोशिश कर रही है। बीजेपी का मुख्य लक्ष्य प्रदेश में बहुमत हासिल करना और अपने सहयोगियों के साथ मिलकर राज्य में स्थिर सरकार बनाना है।