मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बस्तर दशहरा पर पारंपरिक भोज में मांझी-चालकी के साथ साझा किया सांस्कृतिक अनुभव

छत्तीसगढ:  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने बस्तर प्रवास के दौरान आमचो बस्तर क्लब में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने बस्तर दशहरा के पारंपरिक सदस्यों के साथ सामूहिक रूप से दोपहर का भोजन किया। यह आयोजन 1921 में स्थापित आमचो बस्तर क्लब में हुआ, जहां मांझी-चालकी, मेंबर-मेंबरिन और अन्य समुदायों के लोग एकत्रित हुए थे। इस विशेष अवसर पर, मुख्यमंत्री ने दशहरा समिति के उपाध्यक्ष लक्ष्मण माँझी से बातचीत की, जिसमें उन्होंने बस्तर के सांस्कृतिक और पारंपरिक पहलुओं पर चर्चा की।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बस्तर के अद्वितीय और समृद्ध व्यंजनों का स्वाद लिया, जिसमें सैगोड़ा, उड़द दाल बड़ा, बंगाला चटनी, मिक्स वेज पकोड़ा, चौलाई भाजी, करेला प्याज आलू बैंगन बड़ी, झूड़गा की सब्जी, रायता, पुड़ी, जीरा राइस, और दाल तड़का शामिल थे। उन्होंने इन पारंपरिक व्यंजनों के जरिए बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का आनंद लिया और स्थानीय समुदाय की मेहमाननवाजी की सराहना की।

इस भोज के माध्यम से मुख्यमंत्री ने बस्तर के लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और स्नेह व्यक्त किया, साथ ही बस्तर दशहरा पर्व की महत्वता को भी उजागर किया। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल स्थानीय संस्कृति का संरक्षण होता है, बल्कि यह बस्तर के लोगों के बीच आपसी मेलजोल और सामंजस्य को भी बढ़ावा देता है। मुख्यमंत्री का यह कदम बस्तर की पारंपरिक विरासत को सहेजने और उसे आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।