आरक्षक पद का झांसा देकर 16 लाख की ठगी: पुलिस ने दूसरे शहर से किया गिरफ्तार

छत्तीसगढ:  धमतरी पुलिस ने पुलिस विभाग में आरक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर 16 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम आकाश चन्द्राकर है, जो महासमुंद के परसवानी क्षेत्र का निवासी है। उसके खिलाफ कोतवाली थाने में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।

प्राथमिकी शिकायत में शिकायतकर्ता तुलसी राम साहू और अन्य लोगों ने बताया कि आकाश चन्द्राकर ने उन्हें पुलिस विभाग में आरक्षक पद पर भर्ती कराने का झांसा देकर कुल 16 लाख रुपए की ठगी की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया और उसकी तलाश शुरू कर दी। आरोपी लगातार फरार चल रहा था, जिसके कारण पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 5,000 रुपए का इनाम घोषित किया।

पुलिस ने सूचना के आधार पर दुर्ग जिले के बोरसी क्षेत्र में आरोपी की पहचान की और उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, आकाश चन्द्राकर ने स्वीकार किया कि उसने शिकायतकर्ताओं से कुल 17,85,000 रुपए लिए थे। उसके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की गई, और उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।

इस कार्रवाई में सिटी कोतवाली के थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश मरई, उप निरीक्षक लक्ष्मीकांत शुक्ला, प्रआर. दिनेश तुरकाने, आरक्षक कुलदीप राजपूत और साजिद अली ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से आरोपी को पकड़ने में सफलता मिली, जिससे पुलिस विभाग की प्रतिबद्धता और कुशलता का प्रदर्शन होता है। इस घटना ने समाज में धोखाधड़ी के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को भी उजागर किया है, ताकि भविष्य में लोग ऐसे ठगों के शिकार न हों।