“ICC का बड़ा फैसला: श्रीलंकाई स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा पर लगा एक साल का प्रतिबंध, भ्रष्टाचार के आरोपों में हुई कार्रवाई”
दुबई : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने श्रीलंकाई स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा पर एक साल का प्रतिबंध लगाया है, जिससे उन्हें सभी प्रकार के क्रिकेट खेलने से रोका गया है। यह कार्रवाई आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.4.4 के तहत की गई, जो कि अंतरराष्ट्रीय मैचों को फिक्स करने के संदर्भ में भ्रष्ट पेशकश की रिपोर्ट न करने से संबंधित है।
26 वर्षीय जयविक्रमा ने 2021 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के लिए सभी प्रारूपों में डेब्यू किया। उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 11 विकेट हासिल किए और ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का खिताब भी जीता। लेकिन उनकी यह चमकती हुई करियर की कहानी अब एक विवाद में उलझ गई है।
अगस्त 2023 में, जयविक्रमा पर भ्रष्टाचार रोधी संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया गया, जिसमें उन्हें 2021 लंका प्रीमियर लीग के दौरान किसी अन्य खिलाड़ी को मैच फिक्सिंग के लिए प्रभावित करने के लिए कहा गया था। ICC ने पुष्टि की है कि जयविक्रमा ने अपने उल्लंघन को स्वीकार कर लिया है, जिसके चलते उन्हें एक साल का प्रतिबंध सहमति से स्वीकार करना पड़ा, जिसमें से पहले छह महीने का प्रतिबंध निलंबित कर दिया गया है।
जयविक्रमा के नाम 5 टेस्ट मैचों में 25 विकेट, 5 वनडे में 5 विकेट और 5 टी20 मैचों में 2 विकेट हैं। हालाँकि, वह जून 2022 के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं खेले हैं। उन्होंने अपनी आखिरी उपस्थिति श्रीलंकाई घरेलू वनडे टूर्नामेंट मेजर क्लब लिमिटेड ओवर टूर्नामेंट में की थी। इस घटनाक्रम ने न केवल जयविक्रमा के करियर पर एक बड़ा सवाल उठाया है, बल्कि यह श्रीलंकाई क्रिकेट के लिए भी एक चुनौती प्रस्तुत करता है, जो भ्रष्टाचार और मैच फिक्सिंग के खिलाफ अपनी लड़ाई को और मजबूत बनाने की आवश्यकता महसूस कर रहा है।